अयोध्या
चैत्र नवरात्रि और राम नवमी के पावन पर्व को ध्यान में रखते हुए अयोध्या में सुरक्षा व्यवस्था को और अधिक कड़ा कर दिया गया है। श्रद्धालुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया है। अयोध्या के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) राज करण नैयर ने बताया कि आगामी धार्मिक आयोजनों के मद्देनजर सुरक्षा व्यवस्था को अभूतपूर्व रूप से मजबूत किया गया है।
अयोध्या में आने वाले श्रद्धालुओं की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हुए स्थानीय प्रशासन ने विशेष इंतजाम किए हैं। एसएसपी नैयर ने बताया,
"आगामी चैत्र नवरात्रि और विशेष रूप से राम नवमी के दृष्टिगत हमने मुख्यालय से अतिरिक्त पुलिस बल की मांग की थी, जिसे स्वीकृत कर दिया गया है। पूरे क्षेत्र को विभिन्न जोन और सेक्टर में विभाजित किया जाएगा ताकि श्रद्धालुओं को सुगम और सुरक्षित अनुभव मिल सके। हमारे प्रयास हैं कि हर महत्वपूर्ण स्थल पर पर्याप्त संख्या में पुलिस बल तैनात किया जाए और सुरक्षा का कड़ा पहरा हो।"
अधिकारियों के अनुसार, अयोध्या में कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए आधुनिक तकनीकों का भी सहारा लिया जा रहा है। ड्रोन कैमरों की सहायता से प्रमुख मंदिर परिसरों और भीड़भाड़ वाले क्षेत्रों की निगरानी की जाएगी। इसके अलावा, विशेष कमांडो दस्तों, बम निरोधक दस्ते और एंटी-टेरर स्क्वॉड को भी सक्रिय रूप से तैनात किया गया है।
चैत्र नवरात्रि इस वर्ष 30 मार्च से शुरू हो रही है, जिसमें श्रद्धालु पूरे नौ दिनों तक देवी दुर्गा के विभिन्न स्वरूपों की पूजा-अर्चना करेंगे। हिंदू धर्म में साल भर में चार नवरात्रि मनाई जाती हैं, लेकिन चैत्र नवरात्रि और शारदीय नवरात्रि विशेष महत्व रखती हैं, क्योंकि ये दोनों ऋतु परिवर्तन के समय आती हैं।
नवरात्रि के दौरान, देवी दुर्गा के नौ रूपों की उपासना की जाती है, जिन्हें नवदुर्गा के नाम से जाना जाता है। हर दिन विशेष अनुष्ठान, हवन, भजन-कीर्तन और जागरण का आयोजन किया जाता है। इस अवसर पर अयोध्या, वाराणसी, मथुरा, हरिद्वार और अन्य धार्मिक स्थलों पर लाखों की संख्या में श्रद्धालु एकत्रित होते हैं।
चैत्र नवरात्रि का समापन राम नवमी के पावन दिन होता है, जिसे भगवान श्रीराम के जन्मोत्सव के रूप में मनाया जाता है। अयोध्या में राम नवमी के दिन विशाल भंडारे, शोभायात्रा और विशेष पूजन कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है। राम भक्तों के लिए यह दिन अत्यंत पवित्र माना जाता है, क्योंकि यह श्रीराम जन्मभूमि के साथ सीधा संबंध रखता है।
अयोध्या प्रशासन के अनुसार, राम नवमी पर लाखों श्रद्धालुओं के आगमन की संभावना है, जिसे देखते हुए यातायात प्रबंधन और सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। रेलवे और बस स्टेशनों पर अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती की गई है, वहीं शहर की प्रमुख सड़कों और मंदिर परिसरों में सीसीटीवी कैमरों से निगरानी रखी जा रही है।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हाल ही में बलरामपुर के प्रसिद्ध पाटेश्वरी देवी मंदिर में नवरात्रि समारोह की तैयारियों की समीक्षा की। उन्होंने जिला अधिकारियों के साथ एक उच्चस्तरीय बैठक की, जिसमें नवरात्रि और राम नवमी के दौरान श्रद्धालुओं की सुविधा और सुरक्षा पर विस्तृत चर्चा की गई।
मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि नवरात्रि के दौरान बिजली, पानी, स्वास्थ्य सेवाओं और सफाई व्यवस्था में कोई कमी नहीं होनी चाहिए। साथ ही, रामनगरी अयोध्या में विशेष नियंत्रण कक्ष स्थापित किए गए हैं, जहां से पूरे आयोजन पर नजर रखी जाएगी।
इस वर्ष का चैत्र नवरात्रि और राम नवमी उत्सव बेहद खास होने जा रहा है, क्योंकि राम जन्मभूमि मंदिर में भगवान रामलला की भव्य मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा हाल ही में संपन्न हुई है।
22 जनवरी 2024 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने श्रीराम जन्मभूमि मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की थी। यह मूर्ति प्रसिद्ध मूर्तिकार अरुण योगीराज द्वारा निर्मित है। 51 इंच ऊंची और 1.5 टन वजनी यह प्रतिमा भगवान राम के बाल स्वरूप को प्रदर्शित करती है, जिसमें श्रीराम एक कमल के फूल पर खड़े हुए हैं।
रामनगरी अयोध्या इस समय भक्तिमय वातावरण से ओत-प्रोत है। मंदिरों को भव्य रोशनी और फूलों से सजाया गया है। अयोध्या के हर कोने में राम भक्ति की गूंज सुनाई दे रही है।
श्रद्धालु गुप्तार घाट, हनुमानगढ़ी, कनक भवन और सरयू तट पर विशेष पूजा-अर्चना कर रहे हैं। व्यापारियों ने भी नवरात्रि और राम नवमी के अवसर पर विशेष छूट और भव्य सजावट के साथ बाजारों को सजाया है।
अयोध्या प्रशासन ने श्रद्धालुओं से अपील की है कि वे प्रशासन द्वारा जारी निर्देशों का पालन करें और सुरक्षा बलों के साथ सहयोग करें। अधिकारियों ने यह भी कहा कि किसी भी आपात स्थिति के लिए हेल्पलाइन नंबर सक्रिय किए गए हैं, जहां श्रद्धालु सहायता प्राप्त कर सकते हैं।
अयोध्या में चैत्र नवरात्रि और राम नवमी का आयोजन इस बार अत्यंत विशेष होने जा रहा है। प्रशासन की ओर से सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए गए हैं, ताकि श्रद्धालु निर्बाध रूप से धार्मिक आयोजनों में भाग ले सकें। श्रीराम जन्मभूमि मंदिर में पहली बार रामलला की मूर्ति के साथ यह पर्व मनाया जाएगा, जिससे श्रद्धालुओं में विशेष उत्साह है। भक्तों की बढ़ती संख्या और सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए, सरकार और प्रशासन हर संभव कदम उठा रहे हैं ताकि यह आयोजन ऐतिहासिक और सफल हो सके।
, उत्तर प्रदेश (27 मार्च 2025): चैत्र नवरात्रि और राम नवमी के पावन पर्व को ध्यान में रखते हुए अयोध्या में सुरक्षा व्यवस्था को और अधिक कड़ा कर दिया गया है। श्रद्धालुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया है। अयोध्या के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) राज करण नैयर ने बताया कि आगामी धार्मिक आयोजनों के मद्देनजर सुरक्षा व्यवस्था को अभूतपूर्व रूप से मजबूत किया गया है।
अयोध्या में आने वाले श्रद्धालुओं की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हुए स्थानीय प्रशासन ने विशेष इंतजाम किए हैं। एसएसपी नैयर ने बताया,
"आगामी चैत्र नवरात्रि और विशेष रूप से राम नवमी के दृष्टिगत हमने मुख्यालय से अतिरिक्त पुलिस बल की मांग की थी, जिसे स्वीकृत कर दिया गया है। पूरे क्षेत्र को विभिन्न जोन और सेक्टर में विभाजित किया जाएगा ताकि श्रद्धालुओं को सुगम और सुरक्षित अनुभव मिल सके। हमारे प्रयास हैं कि हर महत्वपूर्ण स्थल पर पर्याप्त संख्या में पुलिस बल तैनात किया जाए और सुरक्षा का कड़ा पहरा हो।"
अधिकारियों के अनुसार, अयोध्या में कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए आधुनिक तकनीकों का भी सहारा लिया जा रहा है। ड्रोन कैमरों की सहायता से प्रमुख मंदिर परिसरों और भीड़भाड़ वाले क्षेत्रों की निगरानी की जाएगी। इसके अलावा, विशेष कमांडो दस्तों, बम निरोधक दस्ते और एंटी-टेरर स्क्वॉड को भी सक्रिय रूप से तैनात किया गया है।
चैत्र नवरात्रि इस वर्ष 30 मार्च से शुरू हो रही है, जिसमें श्रद्धालु पूरे नौ दिनों तक देवी दुर्गा के विभिन्न स्वरूपों की पूजा-अर्चना करेंगे। हिंदू धर्म में साल भर में चार नवरात्रि मनाई जाती हैं, लेकिन चैत्र नवरात्रि और शारदीय नवरात्रि विशेष महत्व रखती हैं, क्योंकि ये दोनों ऋतु परिवर्तन के समय आती हैं।
नवरात्रि के दौरान, देवी दुर्गा के नौ रूपों की उपासना की जाती है, जिन्हें नवदुर्गा के नाम से जाना जाता है। हर दिन विशेष अनुष्ठान, हवन, भजन-कीर्तन और जागरण का आयोजन किया जाता है। इस अवसर पर अयोध्या, वाराणसी, मथुरा, हरिद्वार और अन्य धार्मिक स्थलों पर लाखों की संख्या में श्रद्धालु एकत्रित होते हैं।
चैत्र नवरात्रि का समापन राम नवमी के पावन दिन होता है, जिसे भगवान श्रीराम के जन्मोत्सव के रूप में मनाया जाता है। अयोध्या में राम नवमी के दिन विशाल भंडारे, शोभायात्रा और विशेष पूजन कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है। राम भक्तों के लिए यह दिन अत्यंत पवित्र माना जाता है, क्योंकि यह श्रीराम जन्मभूमि के साथ सीधा संबंध रखता है।
अयोध्या प्रशासन के अनुसार, राम नवमी पर लाखों श्रद्धालुओं के आगमन की संभावना है, जिसे देखते हुए यातायात प्रबंधन और सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। रेलवे और बस स्टेशनों पर अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती की गई है, वहीं शहर की प्रमुख सड़कों और मंदिर परिसरों में सीसीटीवी कैमरों से निगरानी रखी जा रही है।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हाल ही में बलरामपुर के प्रसिद्ध पाटेश्वरी देवी मंदिर में नवरात्रि समारोह की तैयारियों की समीक्षा की। उन्होंने जिला अधिकारियों के साथ एक उच्चस्तरीय बैठक की, जिसमें नवरात्रि और राम नवमी के दौरान श्रद्धालुओं की सुविधा और सुरक्षा पर विस्तृत चर्चा की गई।
मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि नवरात्रि के दौरान बिजली, पानी, स्वास्थ्य सेवाओं और सफाई व्यवस्था में कोई कमी नहीं होनी चाहिए। साथ ही, रामनगरी अयोध्या में विशेष नियंत्रण कक्ष स्थापित किए गए हैं, जहां से पूरे आयोजन पर नजर रखी जाएगी।
इस वर्ष का चैत्र नवरात्रि और राम नवमी उत्सव बेहद खास होने जा रहा है, क्योंकि राम जन्मभूमि मंदिर में भगवान रामलला की भव्य मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा हाल ही में संपन्न हुई है।
22 जनवरी 2024 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने श्रीराम जन्मभूमि मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की थी। यह मूर्ति प्रसिद्ध मूर्तिकार अरुण योगीराज द्वारा निर्मित है। 51 इंच ऊंची और 1.5 टन वजनी यह प्रतिमा भगवान राम के बाल स्वरूप को प्रदर्शित करती है, जिसमें श्रीराम एक कमल के फूल पर खड़े हुए हैं।
रामनगरी अयोध्या इस समय भक्तिमय वातावरण से ओत-प्रोत है। मंदिरों को भव्य रोशनी और फूलों से सजाया गया है। अयोध्या के हर कोने में राम भक्ति की गूंज सुनाई दे रही है।
श्रद्धालु गुप्तार घाट, हनुमानगढ़ी, कनक भवन और सरयू तट पर विशेष पूजा-अर्चना कर रहे हैं। व्यापारियों ने भी नवरात्रि और राम नवमी के अवसर पर विशेष छूट और भव्य सजावट के साथ बाजारों को सजाया है।
अयोध्या प्रशासन ने श्रद्धालुओं से अपील की है कि वे प्रशासन द्वारा जारी निर्देशों का पालन करें और सुरक्षा बलों के साथ सहयोग करें। अधिकारियों ने यह भी कहा कि किसी भी आपात स्थिति के लिए हेल्पलाइन नंबर सक्रिय किए गए हैं, जहां श्रद्धालु सहायता प्राप्त कर सकते हैं।
अयोध्या में चैत्र नवरात्रि और राम नवमी का आयोजन इस बार अत्यंत विशेष होने जा रहा है। प्रशासन की ओर से सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए गए हैं, ताकि श्रद्धालु निर्बाध रूप से धार्मिक आयोजनों में भाग ले सकें। श्रीराम जन्मभूमि मंदिर में पहली बार रामलला की मूर्ति के साथ यह पर्व मनाया जाएगा, जिससे श्रद्धालुओं में विशेष उत्साह है। भक्तों की बढ़ती संख्या और सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए, सरकार और प्रशासन हर संभव कदम उठा रहे हैं ताकि यह आयोजन ऐतिहासिक और सफल हो सके।