नई दिल्ली. भारत के कौशल विकास और उद्यमिता राज्य मंत्री राजीव चंद्रशेखर के अनुसार, अप्रैल 2022 और दिसंबर 2023 के बीच सऊदी अरब साम्राज्य, कुशल भारतीय श्रमिकों के लिए शीर्ष गंतव्य के रूप में उभरा है. बिजनेस स्टैंडर्ड की रिपोर्ट के अनुसार, स्किल इंडिया इंटरनेशनल सेंटर (एसआईआईसी) में प्रशिक्षित लगभग 13,944 भारतीयों ने सऊदी अरब में नौकरियां हासिल कीं. इस आशय की जानकारी जारी शीतकालीन सत्र के दौरान चंद्रशेखर ने भारतीय संसद को दी.
उन्होंने कहा कि इस अवधि के दौरान कुल 25,300 उम्मीदवारों को विदेश में रोजगार मिला. सऊदी अरब के बाद, कतर 3,646 कुशल नियोजित भारतीयों के साथ दूसरे स्थान पर आया.
देश के कुशल भारतीय कामगार देशवारः
सऊदी अरब - 13,944
कतर - 3,646
संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) - 2,832
यूनाइटेड किंगडम (यूके) - 1,248
जापान - 1,196
एसआईआईसी संयुक्त अरब अमीरात, कनाडा, ऑस्ट्रेलिया और अन्य जीसीसी क्षेत्रों में अंतरराष्ट्रीय नियोक्ताओं की मांग को पूरा करते हुए भारतीय युवाओं को शीर्ष स्तर का प्रशिक्षण प्रदान करता है. एसआईआईसी विश्व स्तर पर कुशल और प्रमाणित कार्यबल की आपूर्ति की सुविधा के लिए भागीदार संगठनों और विदेशी भर्तीकर्ताओं का एक मजबूत नेटवर्क स्थापित करेगा.
भागीदार संगठन विदेशी बाजार की मांग को पूरा करने के लिए एनएसडीसीआई के साथ सहयोग करेंगे, जो गतिशीलता, परामर्श, कौशल प्रशिक्षण, पूर्व-प्रस्थान अभिविन्यास, विदेशी भाषा प्रशिक्षण, प्लेसमेंट और आप्रवासन सहायता जैसी सेवाएं प्रदान करेंगे. वर्तमान में, वाराणसी और भुवनेश्वर में दो एसआईआईसी हैं.
भारत का लक्ष्य एक वैश्विक कौशल केंद्र बनना है, जिसमें 30 एसआईआईसी ने अंतरराष्ट्रीय मानकों को पूरा करने के लिए अपने कार्यबल के प्रशिक्षण और क्षमता को बढ़ाने की योजना बनाई है.
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