संभल: जर्जर हालत वाले 123 मकानों को ध्वस्त करने का नोटिस दिया गया

Story by  आवाज़ द वॉयस | Published by  onikamaheshwari | Date 17-01-2025
Sambhal: Demolition notice served to 123 houses in dilapidated state
Sambhal: Demolition notice served to 123 houses in dilapidated state

 

संभल
 
संभल नगर पालिका द्वारा किए गए सर्वेक्षण में जीर्ण-शीर्ण अवस्था में पाए जाने के बाद उत्तर प्रदेश नगर पालिका अधिनियम 1916 के तहत संभल में 123 मकान और दुकानों को ध्वस्त करने का नोटिस जारी किया गया है. संभल नगर पालिका परिषद के अधिशासी अधिकारी मणिभूषण तिवारी के अनुसार नगर पालिका अधिनियम 1916 के तहत संभल नगर पालिका ने क्षेत्र के जीर्ण-शीर्ण भवनों का सर्वेक्षण किया था, जिसमें 123 संरचनाएं जीर्ण-शीर्ण अवस्था में पाई गईं, जो कभी भी गिर सकती हैं और जान-माल का नुकसान हो सकता है. इसके बाद नगर पालिका ने सभी मकानों और दुकानों के मालिकों को नोटिस जारी कर संरचनाओं को ध्वस्त करने को कहा है, अन्यथा नगर पालिका स्वयं ध्वस्त कर देगी. 
 
इस बीच, जिले की चंदौसी तहसील के पाठकपुर गांव में भी ध्वस्तीकरण अभियान चलाया गया और कुछ मकानों को ध्वस्त कर दिया गया. चंदौसी के तहसीलदार धीरेंद्र कुमार सिंह ने ध्वस्तीकरण अभियान के बारे में विस्तार से बताते हुए कहा, "पाठकपुर गांव में हाईवे के बगल में धारा 132 की जमीन है, जिस पर कुछ लोगों ने मकान बनाकर अवैध कब्जा कर लिया था. 
 
कार्रवाई करते हुए मकान मालिकों को नोटिस देकर अतिक्रमण हटाने को कहा गया, लेकिन वे नहीं हटे, जिसके बाद कार्रवाई की गई और मकान ढहा दिए गए." गौरतलब है कि संभल में हुई हिंसा के बाद से ही जिला प्रशासन सरकारी जमीनों पर अवैध कब्जे के खिलाफ कार्रवाई कर रहा है. 25 दिसंबर को संभल में कुओं और तीर्थ स्थलों को बहाल करने और स्थानीय समुदाय को उनकी धार्मिक परंपराओं से जोड़ने के लिए एएसआई और स्थानीय प्रशासन की एक टीम ने कई ऐतिहासिक स्थलों का दौरा किया. एएसआई ने फिरोजपुर किला, बावड़ियों और चोर कुआं समेत प्राचीन संरचनाओं का निरीक्षण किया. 
 
एएसआई ने फिरोजपुर किला, बावड़ियों और चोर कुआं समेत अन्य प्राचीन संरचनाओं का दौरा किया. टीम में शामिल डीएम पेंसिया ने बताया, "हमने एएसआई द्वारा संरक्षित फिरोजपुर किले का दौरा किया. हमारे साथ एएसआई की टीम भी थी. इसके बाद हमने नीमसार तीर्थ स्थल के नीचे एक कूप (कुआं) का दौरा किया, जो एकमात्र ऐसा कूप है जिसमें अभी भी पानी है. हमने राजपूत बावड़ियों (खुले कुओं) का भी दौरा किया." 14 दिसंबर को जिला पुलिस और प्रशासन द्वारा चलाए गए अतिक्रमण विरोधी अभियान के दौरान एक मंदिर की पुनः खोज के बाद यह पहल की गई. 1978 से बंद शिव-हनुमान मंदिर को 22 दिसंबर को फिर से खोल दिया गया. संभल के लाडम सराय इलाके में खुदाई के दौरान स्थानीय प्रशासन को एक पुराना कुआं भी मिला.