आवाज द वॉयस/नई दिल्ली
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने शुक्रवार को कहा कि महाराणा प्रताप और छत्रपति शिवाजी महाराज राष्ट्रीय नायक हैं, न कि मुगल शासक औरंगजेब. महाराष्ट्र के छत्रपति संभाजीनगर में मेवाड़ के शासक महाराणा प्रताप की आदमकद प्रतिमा का अनावरण करने के बाद आयोजित समारोह में सिंह ने कहा कि जो लोग औरंगजेब या बाबर का महिमामंडन करते हैं, वे देश के मुसलमानों का अपमान करते हैं.
सिंह ने कहा कि महाराणा प्रताप साहस और देशभक्ति के प्रतीक थे... छत्रपति शिवाजी महाराज ने विशेष रूप से गुरिल्ला युद्ध रणनीति के लिए महाराणा प्रताप से प्रेरणा ली थी. भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता ने दावा किया कि स्वतंत्रता के बाद वामपंथी झुकाव वाले इतिहासकारों ने महाराणा प्रताप और शिवाजी महाराज दोनों को उचित श्रेय नहीं दिया, बल्कि औरंगजेब का महिमामंडन किया.
हकीम खान ने किया जीवन बलिदान
सिंह ने कहा कि महाराणा प्रताप ने अपने स्वाभिमान की रक्षा के लिए अपने प्राणों की आहुति दे दी और मुगल सम्राट अकबर के प्रभुत्व को चुनौती दी. उन्होंने कहा कि अपनी अनुकरणीय वीरता के अलावा महाराणा प्रताप ने समाज के सभी वर्गों को एकजुट किया. उन्होंने कहा, ‘‘आदिवासी और मुसलमान उनकी सेना का हिस्सा थे. हकीम खान सूरी ने मुगलों के खिलाफ लड़ते हुए हल्दीघाटी की लड़ाई में अपना जीवन बलिदान कर दिया. एक मुस्लिम युवक शिवाजी महाराज का अंगरक्षक था. भाजपा नेता ने कहा कि राणा प्रताप और शिवाजी महाराज दोनों ही मुस्लिम विरोधी नहीं थे.
बाबर, तैमूर, औरंगजेब, गौरी, गजनवी का महिमामंडन
सिंह ने कहा कि हमारा नैतिक कर्तव्य है कि हम देश के युवाओं को बताएं कि महाराणा प्रताप और शिवाजी महाराज केवल इतिहास की किताबों तक सीमित नहीं हैं, बल्कि प्रेरणा के जीवित स्रोत हैं. उन्होंने यह भी पूछा कि औरंगाबाद का नाम बदलकर छत्रपति संभाजीनगर और दिल्ली में औरंगजेब रोड का नाम बदलकर एपीजे अब्दुल कलाम रोड करने में क्या गलत है. उन्होंने कहा कि बाबर, तैमूर, औरंगजेब, गौरी, गजनवी का महिमामंडन करने से किसी को भी मुस्लिम वोट नहीं मिलेगा. जो लोग इन लोगों की प्रशंसा करते हैं, वे भारतीय मुसलमानों का अपमान करते हैं. सिंह ने कहा कि भाजपा के लिए सभी भारतीय समान हैं और वह किसी के साथ भेदभाव नहीं करती. उन्होंने कहा, ‘‘हमने यह अपने पूर्वजों से सीखा है.