पंजाब: बड़ी संख्या में किसान फगवाड़ा की ओर बढ़े

Story by  आवाज़ द वॉयस | Published by  onikamaheshwari | Date 26-10-2024
Punjab: Farmers move towards Phagwara in large numbers
Punjab: Farmers move towards Phagwara in large numbers

 

आवाज द वॉयस/ नई दिल्ली 
 
पंजाब के किसानों ने शनिवार को कहा कि समय पर धान खरीद समेत कई मांगों को लेकर सरकार के खिलाफ उनका विरोध प्रदर्शन जारी रहेगा और राज्य के संगरूर, भटिंडा, मोगा, बटाला और गुरदासपुर में चक्का जाम किया जाएगा. किसान पराली जलाने के लिए किसानों पर पुलिस कार्रवाई का भी विरोध कर रहे हैं. पंजाब किसान मजदूर संघर्ष समिति (पीकेएमएससी) के जिला अध्यक्ष अरनजीत सिंह ने कहा कि वे राज्य के किसानों से संबंधित मुद्दों को लेकर फगवाड़ा में एकत्र होंगे. 
 
सिंह ने कहा, "पंजाब सरकार और केंद्र सरकार दोनों को इस मुद्दे का समाधान समय पर निकालना चाहिए ताकि लोगों को सड़क नाकाबंदी (चक्का जाम) के कारण किसी भी समस्या का सामना न करना पड़े. हम नहीं चाहते कि आम लोगों को किसी भी समस्या का सामना करना पड़े. हालांकि, अगर सरकार कुछ भी तय करने में असमर्थ है, तो हम सड़कों को अवरुद्ध करने के लिए मजबूर होंगे." इस बीच, पंजाब के जालधर के किसान अन्य प्रदर्शनकारियों में शामिल हो गए और आज सुबह राजमार्ग को अवरुद्ध करने के लिए फगवाड़ा विरोध स्थल की ओर बढ़ते हुए देखे गए. पराली जलाने को लेकर किसानों पर की गई कार्रवाई पर एक वरिष्ठ किसान नेता ने कहा कि सड़कों पर फैक्ट्रियों और वाहनों से निकलने वाले प्रदूषण का जिक्र तक नहीं किया जाता, लेकिन पराली जलाने के मुद्दे को अक्सर तूल दिया जाता है.
 
"उन्होंने पराली जलाने के नाम पर (किसानों के खिलाफ) कार्रवाई की है. प्रदूषण सिर्फ पराली जलाने की वजह से नहीं है. यह सड़कों पर कई वाहनों और फैक्ट्रियों की वजह से भी होता है. पराली जलाने से प्रदूषण का स्तर केवल दो से तीन प्रतिशत ही होता है. फैक्ट्रियों और अन्य चीजों से निकलने वाले प्रदूषण का जिक्र तक नहीं किया जाता. पराली जलाना किसानों को बदनाम करने का एक बहाना मात्र है, जो अनुचित है. पंजाब सरकार और केंद्र सरकार एक जैसी है. वे सिर्फ किसानों को बर्बाद करना चाहते हैं. यही कारण है कि विरोध अनिश्चित काल तक जारी रहेगा. हम अमृतसर से फगवाड़ा जाएंगे और सड़कें जाम करेंगे," किसान नेता ने कहा.
 
इससे पहले पीकेएमएससी के महासचिव सरवन सिंह पंधेर ने बताया कि आज दोपहर एक बजे चार जगहों पर विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार पिछले दो सालों के चावल के स्टॉक के बारे में पारदर्शी नहीं रही है जो अभी भी गोदामों में है.
 
उन्होंने कहा, "पिछले दो सालों का चावल का स्टॉक अभी भी गोदामों में है और चावल मिलर्स का कहना है कि वे नुकसान उठाने के लिए तैयार नहीं हैं." उन्होंने पंजाब सरकार पर जनता के सामने इस मुद्दे पर पारदर्शी न होने का आरोप लगाया. पंधेर ने कहा, "केजरीवाल हर चीज पर ट्वीट करते हैं, लेकिन धान खरीद के मुद्दे पर उन्होंने कोई पोस्ट नहीं किया. पंजाबियों ने उन्हें इतना बड़ा जनादेश दिया है और इसके बावजूद उन्होंने केंद्र सरकार से बात करने और इस मुद्दे को सुलझाने का प्रयास नहीं किया." संगरूर, मोगा, फगवाड़ा और बटला सहित चार स्थानों पर सड़क जाम या "चक्का जाम" आयोजित किया जाएगा. फुल ने कहा कि अगर मांगें पूरी नहीं हुईं तो नाकाबंदी अनिश्चित काल तक जारी रहेगी.