संभल. उत्तर प्रदेश के संभल जिले में अधिकारियों ने 24 नवंबर को पथराव की घटना के बाद शाही जामा मस्जिद में शुक्रवार की नमाज से पहले एहतियात के तौर पर पुलिस तैनात की है.
एक अधिकारी ने कहा कि मस्जिद के सर्वेक्षण के बाद भड़की हिंसा के सिलसिले में 250 से अधिक व्यक्तियों की पहचान की गई है. पुलिस आरोपियों की पहचान करने के लिए उनकी तस्वीरें जारी कर रही है.
मुरादाबाद संभाग के संभागीय आयुक्त अंजनेय कुमार सिंह ने एएनआई को बताया, ‘‘संभल में स्थिति अब सामान्य है. एहतियात के तौर पर पुलिस बल तैनात किया गया है. अब तक 28 लोगों को गिरफ्तार किया गया है और भीड़ इकट्ठा करने वाले तीन व्यक्तियों को हिरासत में लिया गया है. जांच के आधार पर हमने इसमें शामिल 250 से अधिक लोगों की पहचान की है. उनकी तस्वीरें जारी की जा रही हैं.’’ उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि पुलिस शुक्रवार की नमाज के दौरान कानून-व्यवस्था की किसी भी स्थिति से निपटने के लिए तैयार है.
उन्होंने कहा, ‘‘लोग हमेशा की तरह शुक्रवार की नमाज में शामिल होंगे. मुझे कोई समस्या नहीं दिखती, लेकिन अगर कोई अराजकता पैदा करने की कोशिश करता है, तो हम जवाब देने के लिए तैयार है.’’
24 नवंबर की घटना में प्रशासनिक विफलता के आरोपों को संबोधित करते हुए, अधिकारी ने टिप्पणी की, ‘‘पत्थरबाजी में शामिल लोगों का बचाव करना और इसे प्रशासनिक विफलता कहना निराधार है.’’
इस बीच, उत्तर प्रदेश पुलिस ने घटना के मद्देनजर निवासियों को आश्वस्त करने के लिए गुरुवार को फ्लैग मार्च किया.
इससे पहले आज, पुलिस ने 24 नवंबर की हिंसा से संबंधित अफवाह फैलाने के आरोप में फरहत नामक एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया. अधिकारियों के अनुसार, उस पर भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धारा 170, 126 और 135 के तहत मामला दर्ज किया गया है.
पत्थरबाजी की घटना 24 नवंबर को मुगलकालीन मस्जिद की एएसआई द्वारा जांच के दौरान हुई, जिसके परिणामस्वरूप चार व्यक्तियों की मौत हो गई और अधिकारियों और स्थानीय लोगों सहित कई अन्य घायल हो गए.