देहरादून, उत्तराखंड
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने पुष्टि की है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 28 जनवरी से 14 फरवरी तक होने वाले राष्ट्रीय खेलों के 38वें संस्करण का उद्घाटन करेंगे.
सीएम धामी ने कहा, "मैं पीएम मोदी को धन्यवाद देना चाहूंगा. हमने उनसे राष्ट्रीय खेलों का उद्घाटन करने का आग्रह किया था. पीएम ने राष्ट्रीय खेलों का उद्घाटन करने पर सहमति जताई है. हमने उन्हें शीतकालीन यात्रा के बारे में भी बताया और उनसे इस यात्रा के दौरान एक दिन यहां रहने का आग्रह किया."
भारतीय ओलंपिक संघ (IOA) ने पिछले साल दिसंबर में उत्तराखंड को 2025 संस्करण के लिए मेजबान के रूप में घोषित किया था. इस आयोजन में राज्य के कई शहरों में 38 खेलों में प्रतिस्पर्धा करने वाले 10,000 से अधिक एथलीट, अधिकारी और कोच शामिल होंगे.
IOA अध्यक्ष पीटी उषा ने ओलंपिक डॉट कॉम के हवाले से कहा, "उत्तराखंड में 38वें राष्ट्रीय खेल भारत में पारंपरिक और आधुनिक दोनों खेलों को बढ़ावा देने में एक ऐतिहासिक आयोजन होने का वादा करते हैं." उन्होंने कहा, "कलारीपयट्टू, योगासन, मल्लखंभ और राफ्टिंग जैसे प्रदर्शन खेलों को शामिल करना भारत की समृद्ध विरासत का सम्मान करने और एथलीटों के लिए नए अवसरों को प्रोत्साहित करने की हमारी प्रतिबद्धता को दर्शाता है." भारत के राष्ट्रीय खेल एक ओलंपिक शैली का बहु-खेल आयोजन है, जो राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के एथलीटों को पदक के लिए प्रतिस्पर्धा करने के लिए एक साथ लाता है.
आगामी संस्करण में 32 खेल विधाएँ और चार प्रदर्शन कार्यक्रम शामिल होंगे. राष्ट्रीय खेलों का पिछला संस्करण 2023 में गोवा में हुआ था, जिसमें पाँच शहर- मापुसा, मडगांव, पंजिम, पोंडा और वास्को शामिल थे. महाराष्ट्र 80 स्वर्ण सहित 228 पदकों के साथ पदक तालिका में शीर्ष पर रहा. गुजरात की मेजबानी में 2022 संस्करण ने 2015 के आयोजन के बाद सात साल के अंतराल के बाद राष्ट्रीय खेलों के पुनरुद्धार को चिह्नित किया.
उस संस्करण के दौरान, सर्विसेज़ 61 स्वर्ण सहित 128 पदक जीतकर शीर्ष टीम के रूप में उभरी. राष्ट्रीय खेलों की मेज़बानी से उत्तराखंड की खेल और पर्यटन के केंद्र के रूप में प्रतिष्ठा बढ़ने की उम्मीद है. ओलंपिक खेलों के साथ-साथ पारंपरिक खेलों को शामिल करना इस आयोजन की विविधता और सांस्कृतिक समृद्धि को उजागर करता है.