आवाज द वाॅयस / नई दिल्ली
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हर विदेश के दौरान कूटनीति के साथ-साथ भारतीय संस्कृति की समृद्धि और विविधता को भी प्रस्तुत करते हैं. उनके उपहारों में भारत की कला और परंपरा की अनूठी झलक होती है, जो देश की सांस्कृतिक धरोहर को वैश्विक मंच पर ले जाती है.
हाल ही में पीएम मोदी नाइजीरिया, ब्राजील, और गुयाना की यात्रा पर गए। इस दौरान उन्होंने मेजबान नेताओं को भारत के विभिन्न राज्यों की विशिष्ट कलाकृतियाँ और शिल्पकला के उपहार दिए. इनमें महाराष्ट्र, जम्मू-कश्मीर, राजस्थान, आंध्र प्रदेश, झारखंड, उत्तर प्रदेश, तमिलनाडु, बिहार, कर्नाटक, ओडिशा, और लद्दाख से उपहार शामिल थे.
महाराष्ट्र की कलाकृतियाँ
नाइजीरिया के राष्ट्रपति को कोल्हापुर के सिलोफर पंचामृत कलश दिया गया. ब्राजील के राष्ट्रपति और कैरीकॉम नेताओं को वारली पेंटिंग्स भेंट की गई. चांदी का शतरंज सेट पुर्तगाल के प्रधानमंत्री को और चांदी का मोमबत्ती स्टैंड इटली की प्रधानमंत्री को दिया गया.
जम्मू-कश्मीर और राजस्थान के उपहार
ब्रिटेन के प्रधानमंत्री को कश्मीरी कागज की कतरन से बने सोने की नक्काशी वाले फूलदान दिए गए. राजस्थान के मकराना मार्बल पर इनले वर्क नॉर्वे के प्रधानमंत्री को भेंट किया गया.जम्मू-कश्मीर की जीवंत संस्कृति को दिखाने वाले उपहारों में कागज की कतरन से बने फूलदानों का जोड़ा ब्रिटेन के प्रधानमंत्री को दिया गया.
इस पर सोने की नक्काशी की गई थी. गुयाना की प्रथम महिला को कागज की कतरन से बने बॉक्स में पश्मीना शॉल भेंट किया गया. कैरीकॉम देशों के नेताओं को दिए गए कस्टमाइज्ड गिफ्ट हैंपर में कश्मीरी केसर भी था.
आंध्र प्रदेश और झारखंड का योगदान
आंध्र प्रदेश के अराकू घाटी की कॉफी और चांदी के क्लच पर्स ब्राजील की प्रथम महिला को दिए गए. झारखंड की सोहराय और खोवर पेंटिंग नाइजीरिया और इंडोनेशिया के नेताओं को भेंट की गई.आंध्र प्रदेश से जो उपहार पीएम मोदी अपने साथ ले गए थे उनमें चांदी का क्लच पर्स ब्राजील के राष्ट्रपति की पत्नी को दिया गया.
इस पर सेमी-प्रेशियस स्टोन के साथ फूलों की आकृति के डिजाइन बने थे. इसके अलावा आंध्र प्रदेश के अराकू घाटी में स्थानीय समुदायों द्वारा उगाए जाने वाले अराकू कॉफी कैरीकॉम देशों के नेताओं के गिफ्ट हैंपर में शामिल थी.
अन्य राज्यों से उपहार
तमिलनाडु की तंजौर पेंटिंग फ्रांस के राष्ट्रपति को और बिहार की मधुबनी पेंटिंग गुयाना के राष्ट्रपति को दी गई. कर्नाटक के चन्नपटना का लकड़ी का खिलौना ट्रेन गुयाना के राष्ट्रपति के बेटे को उपहार स्वरूप दिया गया.पीएम मोदी के इन उपहारों ने भारतीय कला और संस्कृति को विश्व मंच पर अद्वितीय पहचान दी.