कुवैत सिटी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का शनिवार दोपहर कुवैत सिटी स्थित होटल में पहुंचने पर भारतीय समुदाय ने भव्य स्वागत किया. यह किसी भारतीय प्रधानमंत्री की 43 वर्षों में कुवैत की पहली यात्रा है.
प्रधानमंत्री मोदी से गर्मजोशी से मिलने वालों में 101 वर्षीय मंगल सेन हांडा भी शामिल थे, जो भारतीय विदेश सेवा (आईएफएस) के पूर्व अधिकारी हैं. वे अब कुवैत में रहते हैं और लगभग चार दशक पहले रिटायर्ड हुए थे. वह कुवैत, यूनाइटेड किंगडम, इराक, चीन, अर्जेंटीना और कंबोडिया में सेवा दे चुके हैं.
पीएम मोदी ने न केवल हांडा के साथ अभिवादन किया, बल्कि उनके परिवार के साथ तस्वीरें भी खिंचवाईं. पूर्व आईएफएस अधिकारी की नातिन श्रेया जुनेजा ने पीएम मोदी से अनुरोध किया था कि वह कुवैत यात्रा के दौरान उनके 101 वर्षीय दादा से मुलाकात करें.
जुनेजा के अनुरोध को स्वीकार करते हुए, पीएम मोदी ने एक्स पर संदेश दिया, “बिल्कुल! मैं आज कुवैत में मंगल सैन हांडा जी से मिलने के लिए उत्सुक हूं.” श्रेया को सकारात्मक प्रतिक्रिया मिलने की पूरी उम्मीद नहीं थी, लेकिन प्रधानमंत्री मोदी, जो विदेश यात्राओं के दौरान भारतीय प्रवासियों के मुलाकात करना पसंद करते हैं, से मिले जवाब ने उन्हें बेहद खुश कर दिया.
जुनेजा ने एक्स पर कहा, "आपसे प्रतिक्रिया पाना हमारे लिए सम्मान की बात है, सर! आपने एक बार फिर हमारा दिल जीत लिया है. नानाजी मंगल सैन हांडा बहुत खुश हैं और उनकी मुस्कान हमारे लिए बहुत मायने रखती है. हम इस दयालु व्यवहार के लिए बहुत आभारी हैं."
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कुवैत में अब्दुल्ला अल बैरन और अब्दुल लतीफ अल नेसफ से मुलाकात की. अब्दुल्ला अल बैरन ने रामायण और महाभारत दोनों का अरबी में अनुवाद किया है. अब्दुल लतीफ अल नेसफ ने रामायण और महाभारत के अरबी संस्करण प्रकाशित किए हैं. उन्होंने पीएम मोदी को दोनों रामायण और महाभारत के अरबी संस्करण भेंट किए.
कुवैत में सबसे बड़ा प्रवासी समूह, भारतीय समुदाय, द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है.
शनिवार को अपने प्रस्थान वक्तव्य में, पीएम मोदी ने उल्लेख किया था कि उनकी यात्रा लोगों और क्षेत्र के लाभ के लिए भविष्य की साझेदारी के लिए रोडमैप तैयार करने का अवसर होगी.
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, "मैं कुवैत में भारतीय प्रवासियों से मिलने के लिए उत्सुक हूं, जिन्होंने दोनों देशों के बीच मैत्री के बंधन को मजबूत करने में बहुत योगदान दिया है."
प्रधानमंत्री पश्चिम एशियाई देश की अपनी दो दिवसीय यात्रा के दौरान एक श्रमिक शिविर का दौरा करने के अलावा एक सामुदायिक कार्यक्रम में भारतीय प्रवासियों के साथ बातचीत भी करेंगे.