प्रधानमंत्री मोदी और गृह मंत्री शाह ने असम के लोगों को बोहाग बिहू की शुभकामनाएं दीं

Story by  आवाज़ द वॉयस | Published by  onikamaheshwari | Date 14-04-2025
PM Modi, HM Shah extend Bohag Bihu greetings to people of Assam
PM Modi, HM Shah extend Bohag Bihu greetings to people of Assam

 

गुवाहाटी
 
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने असम में बोहाग बिहू के अवसर पर हार्दिक शुभकामनाएं दीं. एक्स पर पीएम मोदी ने लिखा, “आप सभी को बोहाग बिहू की शुभकामनाएं!”
 
चूंकि बोहाग या रोंगाली बिहू असमिया नव वर्ष की शुरुआत का प्रतीक है, इसलिए प्रधानमंत्री ने यह भी लिखा, “नया साल आपके सभी कामों में नई शुरुआत, खुशियाँ और समृद्धि लेकर आए. सभी के अच्छे स्वास्थ्य और सभी आकांक्षाओं की पूर्ति के लिए प्रार्थना करता हूँ,” उन्होंने आगे कहा.
 
मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने बिहू पर शुभकामनाओं के लिए पीएम मोदी को धन्यवाद दिया.
 
एक्स पोस्ट में सीएम सरमा ने लिखा, “अदारनिया प्रधानमंत्री श्री @narendramodi जी, बोहाग बिहू की शुभकामनाओं के लिए आपका बहुत-बहुत धन्यवाद. असमिया नव वर्ष शुरू होने वाला है, इसलिए हमें नए साल के दौरान असम की आपकी कई यात्राओं और राज्य के लोगों के साथ इसे मनाने की याद आती है.”
 
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने एक्स पर लिखा, "बोहाग बिहू के अवसर पर असम के हमारे बहनों और भाइयों को हार्दिक शुभकामनाएं. ब्रह्मपुत्र के तट पर गूंजते असमिया नववर्ष के स्वागत की खुशी सभी के लिए समृद्धि और कल्याण का निमंत्रण दे." सीएम सरमा ने गृह मंत्री शाह को धन्यवाद देते हुए अपने एक्स हैंडल पर लिखा, "बोहाग बिहू पर आपकी शुभकामनाओं के लिए बहुत-बहुत धन्यवाद, अदर्निया गृह मंत्री श्री @AmitShah जी. आपके निरंतर मार्गदर्शन से असम शांति और समृद्धि के माहौल में नए साल का स्वागत कर रहा है." रोंगाली बिहू या बोहाग, तीन बिहू में सबसे प्रिय, असमिया नववर्ष और वसंत के आगमन का प्रतीक है. यह सिर्फ एक त्योहार नहीं है - यह असम के लोगों की सांस्कृतिक आत्मा में गहराई से समाया हुआ एक भाव है. राज्य में बिहू का बुखार चढ़ा हुआ है, क्योंकि लोग सोमवार को त्योहार मनाने में व्यस्त हैं. पूरे राज्य में बिहू समितियां भव्य समारोहों के आयोजन में व्यस्त हैं - पारंपरिक नृत्य प्रतियोगिताओं से लेकर संगीतमय रातों तक, जहां स्थानीय कलाकार और सांस्कृतिक प्रतीक मुख्य मंच पर होंगे. युवा समूह अथक अभ्यास कर रहे हैं, अपनी ऊर्जा और गर्व के साथ मंच को जगमगाने के लिए तैयार हैं. गांवों में, उत्सव अपनी जड़ों के करीब रहता है - देहाती, गर्मजोशी भरा और जीवन से भरा हुआ.
 
जब लोग प्रकृति की उदारता, सामुदायिक भावना और मनुष्यों और उस भूमि के बीच शाश्वत बंधन का जश्न मनाने के लिए एक साथ आते हैं, जिसे वे अपना घर कहते हैं, तो हंसी की आवाज़ संगीत के साथ मिल जाती है. लेकिन शहरों में भी, जहाँ आधुनिक जीवन तेजी से आगे बढ़ रहा है, बिहू सभी को अपनी जड़ों की ओर वापस ले जाता है. उत्सव के लिए कार्यालय और स्कूल बंद हो जाते हैं, और लोग परंपरा, परिवार और उत्सव के अनूठे आह्वान से आकर्षित होकर अपने गृहनगर लौट जाते हैं.