नई दिल्ली
केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने शुक्रवार को भारत में पहली बार वाहन खरीदने वालों को जीवाश्म ईंधन आधारित कारों की बजाय इलेक्ट्रिक वाहन (ईवी) चुनने के लिए प्रोत्साहित करने के महत्व पर जोर दिया. उन्होंने कहा कि इस बदलाव से देश के मोबिलिटी इकोसिस्टम पर एक परिवर्तनकारी प्रभाव पड़ सकता है, जिससे पर्यावरण और अर्थव्यवस्था दोनों को लाभ होगा. उन्होंने कहा. "भारत के पास एक बड़ा फायदा है.
विकसित देशों में, लोगों को पेट्रोल और डीजल कारों से इलेक्ट्रिक कारों पर स्विच करना पड़ा है. भारत में पहली बार अपनी कार खरीदने वाले खरीदार, अगर हम उन्हें सीधे इलेक्ट्रिक मोबिलिटी की ओर आकर्षित करते हैं, अगर हम उन्हें अच्छी कारें, अच्छे दोपहिया वाहन देते हैं, तो मेरा मानना है कि पूरे इकोसिस्टम में एक बड़ा बदलाव आएगा" मंत्री शुक्रवार को दिल्ली में भारत मोबिलिटी ग्लोबल एक्सपो 2025 के उद्घाटन के अवसर पर बोल रहे थे.
गोयल ने वैश्विक मोबिलिटी परिदृश्य में भारत की अनूठी स्थिति पर प्रकाश डाला. विकसित देशों के विपरीत, जहां वाहन मालिक पेट्रोल और डीजल कारों से ईवी पर स्विच कर रहे हैं, भारत के पास नए खरीदारों को सीधे इलेक्ट्रिक मोबिलिटी की ओर मार्गदर्शन करने का अवसर है. मंत्री ने कहा, "अगर हम पहली बार खरीदने वालों को अच्छी गुणवत्ता वाली कारें और दोपहिया वाहन उपलब्ध कराते हैं, तो इससे पारिस्थितिकी तंत्र में बड़ा बदलाव आएगा, प्रदूषण कम होगा और विदेशी मुद्रा की बचत होगी." उन्होंने ऑटोमोबाइल क्षेत्र में भारत की उपलब्धियों पर भी प्रकाश डाला और कहा कि देश वैश्विक स्तर पर सबसे बड़े निर्माताओं में से एक बन गया है और उसके पास सबसे बड़ा दोपहिया बाजार है.
नवाचार और स्थिरता के साथ इस क्षेत्र को आगे बढ़ाते हुए, भारत वैश्विक आपूर्ति श्रृंखलाओं में एक प्रमुख खिलाड़ी के रूप में खुद को स्थापित कर रहा है. गोयल ने कहा, "हमारा ऑटोमोबाइल उद्योग न केवल लागत-प्रतिस्पर्धी है, बल्कि उच्च गुणवत्ता वाले उत्पाद भी प्रदान करता है." मंत्री ने 1.4 बिलियन भारतीयों की आकांक्षाओं को पूरा करने और भविष्य की चुनौतियों से निपटने के लिए गतिशीलता क्षेत्र में प्रगति में तेजी लाने की आवश्यकता पर भी जोर दिया.
उन्होंने गतिशीलता समाधानों के लिए वैश्विक केंद्र के रूप में उभरने की भारत की क्षमता पर विश्वास व्यक्त किया और कहा कि भारत मोबिलिटी 2025 और मेक इन इंडिया जैसी पहल महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगी. उन्होंने कहा, "ये प्रयास न केवल अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देंगे, बल्कि जीवन स्तर में भी सुधार करेंगे, जो 2047 तक विकसित भारत में योगदान देगा." गोयल ने आशा व्यक्त की कि अगले वर्ष तक भारत मोबिलिटी क्षेत्र के लिए विश्व का प्रमुख गंतव्य बन जाएगा तथा विश्व को अपनी कहानी दिखाएगा.