शिवपुरी. केंद्र सरकार की प्रधानमंत्री भारतीय जन औषधि परियोजना के तहत जन औषधि केंद्र खुलने से आम लोगों के जीवन में बड़ा बदलाव आया है. इन केंद्रों पर लोगों को न केवल सस्ती दवाइयां मिल रही हैं, बल्कि आर्थिक रूप से बचत भी हो रही है.
मध्य प्रदेश के शिवपुरी में स्थित जन औषधि केंद्र के माध्यम से आम लोग सस्ती दवाइयां प्राप्त कर रहे हैं. इससे लोगों को सस्ती और गुणवत्तापूर्ण जेनेरिक दवाइयां मिल रही हैं, जो ब्रांडेड दवाइयों से 60 से 70 फीसदी सस्ती होती हैं और उनकी गुणवत्ता भी ब्रांडेड दवाइयों के समान होती है.
जन औषधि केंद्र के संचालक हर्ष शर्मा ने आईएएनएस से कहा, "यह एक अच्छी योजना है. मैं इसके लिए पीएम मोदी का आभार व्यक्त करता हूं. हालांकि, जन औषधि केंद्र होने के बावजूद लोग यहां से दवाई नहीं खरीद पा रहे हैं. इसकी एक बड़ी वजह डॉक्टर हैं, जो मरीजों को ब्रांडेड दवाइयां लिखते हैं. हार्ट, शुगर और बीपी की महंगी दवाइयां मिलती हैं. आम जनता कैसे ये दवाइयां खरीद पाएगी. मैं लोगों से यही अपील करूंगा कि वे जन औषधि केंद्र से सस्ती दवाइयां खरीदें और बचत करें.
दिव्यांशु वर्मा ने कहा, "यहां आम लोगों को 50 से 90 फीसदी की छूट पर दवाइयां मिल जाती हैं. मैं यही कहूंगा कि सरकार को इस केंद्र को जगह-जगह पर खोलना चाहिए. मैं पीएम मोदी का आभार व्यक्त करता हूं, जिन्होंने जनता के लिए अच्छा फैसला लिया है."
राधा बल्लभ शर्मा ने भी प्रधानमंत्री मोदी का आभार व्यक्त करते हुए कहा, "पीएम जन औषधि केंद्र की वजह से कमीशनखोरी पर लगाम लगी है. पहले 10 रुपये की दवाई 90 रुपये में मिलती थी, लेकिन अब लोगों को 80 से 90 फीसदी बचत होती है. मैं पिछले दो महीने से इसी केंद्र के माध्यम से दवाई खरीद रहा हूं. इन दवाइयों से किसी तरह का नुकसान भी नहीं है. मैं लोगों से अपील करूंगा कि वे जन औषधि केंद्र से दवाइयां खरीदें."
ग्राहक ऋतु सोनी ने कहा कि इस केंद्र पर सस्ती दवाइयां मिलती हैं और 90 फीसदी तक बचत हो जाती है. उन्होंने कहा, "मैं सरकार से अपील करूंगा कि इस तरह के और भी केंद्र खोलने चाहिए. शिवपुरी में इस तरह के चार केंद्र मौजूद हैं, लेकिन इसकी संख्या में इजाफा होना चाहिए. जन औषधि केंद्र से मिलने वाली दवाइयां बहुत ही लाभकारी हैं. इसका कोई साइड इफेक्ट भी नहीं है. मैं पीएम मोदी को धन्यवाद देता हूं, जिन्होंने गरीबों के हित के बारे में सोचा."