वर्ष 2025 में यात्री वाहनों की बिक्री 3-5 प्रतिशत बढ़ने की उम्मीद

Story by  आवाज़ द वॉयस | Published by  [email protected] | Date 15-10-2024
Passenger vehicle sales expected to grow by 3-5 percent in 2025
Passenger vehicle sales expected to grow by 3-5 percent in 2025

 

नई दिल्ली
 
चालू वित्त वर्ष में भारत में यात्री वाहनों की बिक्री में वृद्धि होने की उम्मीद की जा रही है. इस बारे में जानकारी देते हुए सोसायटी ऑफ इंडियन ऑटोमोबाइल मैन्युफैक्चरर्स (एसआईएएम) के अध्यक्ष शैलेश चंद्रा ने कहा, "चालू वित्त वर्ष में भारत में यात्री वाहनों की बिक्री 3-5 प्रतिशत बढ़ने की उम्मीद है."
 
चंद्रा का कहना है कि आर्थिक संकेतकों को लेकर किसी तरह की चिंता नहीं है, ऐसे में यात्री वाहनों की बिक्री में 3-5 प्रतिशत की अनुमानित वृद्धि की उम्मीद है.2024-25 के पहले छह महीनों के आंकड़ों पर नजर डालें तो यात्री वाहनों की थोक बिक्री में ज्यादा वृद्धि नहीं दिखती। यात्री वाहनों की थोक बिक्री 0.5% बढ़कर 20.81 लाख यूनिट हो गई.
 
वहीं, चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में कारों और एसयूवी की बिक्री में 1.8% की गिरावट आई. कारों और एसयूवी की बिक्री में आई गिरावट का कारण हैचबैक और सेडान की बिक्री में गिरावट रहा.एसआईएएम को उम्मीद है कि फेस्टिव सीजन में नई कार के लॉन्च के साथ बिक्री को बढ़ाने में मदद मिलेगी.
 
चंद्रा का कहना है कि दूसरी छमाही के दौरान बिक्री को लेकर यकीनन तेजी देखने को मिलेगी. इस तेजी के साथ पहली छमाही में हुई स्थिर वृद्धि की भरपाई की भी उम्मीद है.इलेक्ट्रिक वाहनों को लेकर चंद्रा का कहना है कि बुनियादी ढांचे की कमी ईवी को अपनाने में सबसे बड़ी बाधा बनी हुई है। वे इसे चिकन एंड एग की स्थिति बताते हैं.
 
अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए चंद्रा कहते हैं कि अब चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर जैसी बाधाओं को दूर करने पर ध्यान केंद्रित किया जा रहा है.उन्होंने कहा, “सरकार ने पीएम ई-ड्राइव स्कीम के तहत चार पहिया वाहनों के लिए 22,000 फास्ट चार्जर स्थापित करने के लिए धन आवंटित किया है.
 
इससे मदद मिलने वाली है. बहुत सारे नए लॉन्च हुए हैं, इसलिए ग्राहकों के पास अलग-अलग ब्रांड, बॉडी स्टाइल के विकल्प हैं जो बाजार को उत्साहित करते हैं. ईवी की कीमत एक स्तर तक गिर गई हैं, जहां वे स्वचालित ट्रांसमिशन वाले आईसीई वाहनों से मेल खा रही हैं। ड्राइविंग रेंज भी बढ़ रही है. यह देखते हुए कि यह भविष्य की तकनीक है, अल्पकालिक अड़चनें वास्तव में बहुत ज्यादा परेशान करने वाली नहीं हैं.”
 
वह कहते हैं कि बीते दो वर्षों में बैटरी की कीमत में 50 प्रतिशत से ज्यादा की कमी आई है. इस वजह से ईवी की कीमत में कमी देखने को मिली है. सस्ते बैटरी सेल्स, बढ़ते स्थानीयकरण और पैमाने के साथ ईवी की कीमत में और अधिक कमी आएगी.
 
वित्त वर्ष 2025 की दूसरी तिमाही में कमर्शियल वाहनों की बिक्री में सालाना आधार पर 11 प्रतिशत की गिरावट दर्ज हुई है. दूसरी तिमाही में यात्री वाहनों की बिक्री में भी कमी दर्ज हुई है. जबकि, दोपहिया और तिपहिया वाहनों की बिक्री में क्रमशः 12.6% और 6.6% की मजबूत वृद्धि दर्ज की गई है.