नई दिल्ली
अमेरिका में कथित रूप से अवैध रूप से रह रहे 100से ज़्यादा भारतीय नागरिकों के निर्वासन के मुद्दे पर लोकसभा और राज्यसभा में राजनीतिक हंगामा होने के बाद संसद के दोनों सदनों को गुरुवार दोपहर 12बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया है.
विपक्षी सांसद लगातार नारे लगा रहे थे और भारतीय नागरिकों के निर्वासन के मुद्दे पर चर्चा करने की मांग कर रहे थे.लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने सांसदों से सदन के सुचारू कामकाज को बाधित करने के लिए "सुनियोजित व्यवधान" का सहारा न लेने की अपील की.
लोकसभा अध्यक्ष ने कहा, "आपका मामला सरकार के पास है.यह विदेश मंत्रालय का मामला है.यह विषय दूसरे देश से जुड़ा है.सरकार ने इसका संज्ञान लिया है.मैं आपसे अनुरोध करता हूं कि सदन के सुचारू संचालन को रोकने के लिए योजनाबद्ध व्यवधानों का सहारा न लें.
प्रश्नकाल एक महत्वपूर्ण सत्र है, जहां सदस्य नागरिकों की समस्याओं को सामने रखते हैं और सरकार इसका जवाब देती है." हंगामा तब शुरू हुआ जब केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री राम मोहन नायडू तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के सांसद कीर्ति आज़ाद द्वारा पूछे गए सवालों का जवाब दे रहे थे.संसद के दोनों सदनों में शनिवार को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा पेश किए गए केंद्रीय बजट 2025-2026 पर चर्चा हो रही थी.
चर्चा सुबह 11 बजे शुरू हुई, लेकिन हंगामे के तुरंत बाद इसे स्थगित कर दिया गया.कांग्रेस सांसद मणिकराम टैगोर, गौरव गोगोई और केसी वेणुगोपाल ने संयुक्त राज्य सरकार द्वारा 100 से अधिक भारतीय नागरिकों के निर्वासन पर चर्चा के लिए स्थगन नोटिस पेश किया था.
मामला 100 से अधिक भारतीय नागरिकों के निर्वासन से संबंधित है.अमेरिका में कथित रूप से अवैध रूप से प्रवास करने वाले भारतीय नागरिकों को लेकर अमेरिकी वायुसेना का विमान बुधवार को पंजाब के अमृतसर पहुंचा.
संसद के चालू बजट सत्र में पहले ही व्यवधान देखने को मिल चुका है, सोमवार को राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर राहुल गांधी के भाषण के दौरान भारी आपत्ति जताई गई.विपक्ष ने हाल ही में महाकुंभ में हुई भगदड़ पर भी चर्चा की मांग की.
संसद का बजट सत्र 31 जनवरी को शुरू हुआ, जिसमें राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने अपना उद्घाटन भाषण दिया। सत्र का पहला भाग 13 फरवरी तक चलेगा.सत्र 10 मार्च को फिर से शुरू होगा और 4 अप्रैल तक चलेगा.