श्रीनगर
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए भीषण आतंकी हमले के बाद मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने 24 अप्रैल को एक अहम सर्वदलीय बैठक बुलाने का निर्णय लिया है। यह बैठक गुरुवार दोपहर 3 बजे श्रीनगर स्थित शेर-ए-कश्मीर इंटरनेशनल कॉन्फ्रेंस सेंटर (एसकेआईसीसी) में आयोजित की जाएगी।
मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने राजनीतिक दलों को भेजे गए आमंत्रण पत्र में कहा, “कल पहलगाम में हुए भयानक आतंकी हमले ने हम सभी को गहरे शोक में डुबो दिया है। यह हमला सिर्फ एक क्षेत्र या एक पार्टी की नहीं, बल्कि जम्मू-कश्मीर की आत्मा पर सीधा प्रहार है।’’
उन्होंने आगे कहा कि इस सर्वदलीय बैठक का उद्देश्य इस हमले की सामूहिक रूप से निंदा करना और मौजूदा हालात पर विचार-विमर्श करना है। मुख्यमंत्री ने सभी राजनीतिक दलों से आग्रह किया है कि वे अपनी राजनीतिक विचारधाराओं से ऊपर उठकर एकजुट हों और इस हमले के खिलाफ एक मजबूत और साझा संदेश दें।
उमर अब्दुल्ला ने कहा, “इस दुखद घड़ी में, हमें एकजुट होकर शांति, न्याय और क्षेत्र की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए आगे की रणनीति बनानी होगी। यह बैठक इसी दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।”
जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने इस आतंकी हमले में जान गंवाने वालों के परिजनों को 10-10 लाख रुपये और गंभीर रूप से घायलों को 2 लाख रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की है। मामूली रूप से घायल लोगों को 1 लाख रुपये की सहायता दी जाएगी। मुख्यमंत्री कार्यालय ने एक आधिकारिक पोस्ट में लिखा, “कोई भी राशि अपनों की क्षति की भरपाई नहीं कर सकती, लेकिन यह सहयोग और एकजुटता का प्रतीक है।”
इस हमले के पीड़ितों से मिलने के लिए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बुधवार को अनंतनाग के सरकारी मेडिकल कॉलेज (जीएमसी) का दौरा किया। अस्पताल में भर्ती घायलों से उन्होंने मुलाकात की और चिकित्सा सुविधाओं की समीक्षा की।
गौरतलब है कि मंगलवार को पहलगाम के लोकप्रिय पर्यटन स्थल बैसरन में हुए इस आतंकी हमले में 26 लोगों की जान चली गई थी और कई अन्य घायल हो गए थे। 2019 के पुलवामा हमले के बाद यह घाटी का सबसे बड़ा और घातक आतंकी हमला माना जा रहा है। उस समय सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हुए थे।
इस आतंकी हमले ने न केवल सुरक्षा एजेंसियों को सतर्क कर दिया है बल्कि घाटी की शांति प्रक्रिया को भी गंभीर चुनौती दी है। सर्वदलीय बैठक में आगे की रणनीति पर चर्चा की जानी तय है।