नई दिल्ली
पेंशनभोगियों के जीवन को आसान बनाने के केंद्र के अभियान ने उल्लेखनीय प्रगति की है और इसके शुभारंभ के दूसरे सप्ताह के अंत तक देशभर में 77 लाख से अधिक डिजिटल जीवन प्रमाण पत्र (डीएलसी) जारी किए गए हैं, सोमवार को यह घोषणा की गई.
एक आधिकारिक बयान के अनुसार, डिजिटल जीवन प्रमाण पत्र (डीएलसी) अभियान 3.0 के तहत शामिल 1,77,153 पेंशनभोगी 90 वर्ष से अधिक आयु के हैं, जबकि 17,212 पेंशनभोगी 80-90 वर्ष की आयु के हैं.
आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, फेस रिकग्निशन जैसी उन्नत प्रमाणीकरण विधियों ने 24 लाख प्रमाण पत्रों में योगदान दिया, जो कुल डीएलसी का 34 प्रतिशत है.
वृद्ध पेंशनभोगी अपने घर या पास के कार्यालयों या बैंक शाखाओं में आराम से डीएलसी जमा करने में सक्षम थे.
एसबीआई और पीएनबी बैंक महीने भर चलने वाले अभियान के दूसरे सप्ताह के अंत तक 9 लाख से अधिक डीएलसी बनाकर अभियान का नेतृत्व कर रहे हैं, जबकि केनरा बैंक और सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया ने क्रमशः 1 लाख और 57,000 डीएलसी बनाकर प्रभावशाली प्रदर्शन दर्ज किया.
राज्यवार, महाराष्ट्र ने 10 लाख से अधिक प्रमाण पत्र बनाकर सबसे आगे रहा, उसके बाद तमिलनाडु और पश्चिम बंगाल ने 6-6 लाख प्रमाण पत्र बनाए. उत्तर प्रदेश ने भी 5 लाख से अधिक डीएलसी बनाकर अच्छा प्रदर्शन किया है.
यह अभियान 1 से 30 नवंबर तक 800 शहरों और कस्बों में चलाया जा रहा है, जिसमें इन स्थलों पर 1575 शिविर लगाए जा रहे हैं. अभियान को लागू करने में मदद के लिए देश भर में 1.8 लाख डाकियों को भी तैनात किया गया है.
6 नवंबर को लॉन्च किए गए इस अभियान का उद्देश्य बैंकिंग संस्थानों और सरकारी एजेंसियों की भागीदारी के साथ पूरे देश में पेंशनभोगियों को सुविधा और पहुंच प्रदान करना है ताकि डिजिटल रूप से सशक्त भारत की दिशा में काम किया जा सके.
“जीवन प्रमाण पेंशनभोगियों के डिजिटल सशक्तिकरण के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का विजन है. पेंशन वितरण करने वाले बैंक, पेंशन एवं पेंशनभोगी कल्याण विभाग, रक्षा लेखा महानियंत्रक, रेल मंत्रालय, दूरसंचार विभाग, डाक विभाग, आईआईपीबी, यूआईडीएआई और पेंशनभोगी कल्याण संघ सभी प्रमुख हितधारक पेंशनभोगियों के डिजिटल सशक्तिकरण के विजन को साकार करने के लिए सरकार के साथ मिलकर काम कर रहे हैं. पेंशन एवं पेंशनभोगी कल्याण विभाग ने कार्यालयों और सभी बैंक शाखाओं के साथ-साथ एटीएम में रणनीतिक रूप से लगाए गए बैनर और पोस्टरों के माध्यम से डीएलसी-फेस ऑथेंटिकेशन तकनीक के बारे में सभी पेंशनभोगियों के बीच जागरूकता पैदा करने के प्रयासों को आगे बढ़ाया है.
सभी बैंकों ने पेंशनभोगियों द्वारा जीवन प्रमाण पत्र जमा करने के लिए अपने स्मार्टफोन में वांछित ऐप डाउनलोड करके अपनी शाखाओं में समर्पित कर्मचारियों की एक टीम बनाई है. सरकार के अनुसार, यदि पेंशनभोगी वृद्धावस्था या बीमारी के कारण शाखाओं में नहीं जा पाते हैं, तो बैंक अधिकारी उनकी मदद करने के लिए उनके घर जा रहे हैं.