नई दिल्ली. राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के वरिष्ठ नेता इंद्रेश ने अग्निवीर योजना को लेकर मचे सियासी बवाल पर कहा कि यह सरकार की सुंदर योजना है, लेकिन इसे लेकर युवाओं के बीच कुछ गलतफहमी है, जिन्हें दूर करने की जरूरत है. इसके लिए सरकार और वरिष्ठ सैन्य अधिकारियों को आगे आकर संवाद स्थापित करना चाहिए.
उन्होंने कहा, “इस योजना के अंतर्गत युवाओं को बहुत बड़ी राशि उपहार के रूप में दिए जाने का प्रावधान है. इससे वो चाहें तो अपना व्यापार भी कर सकते हैं. बीते दिनों बड़ी संख्या में युवाओं ने इस योजना का विरोध किया था और केंद्र सरकार से इसे वापस लेने की मांग की थी. मुझे लगता है कि यह युवाओं के बीच मौजूद गलतफहमी की वजह से हुआ, इसलिए सरकार और वरिष्ठ सैन्य अधिकारी युवाओं के बीच जाएं और उन्हें इस योजना के फायदे के बारे में बताएं, ताकि वो इस तरह के हिंसात्मक कदम उठाने से बचें.”
इसके अलावा, उन्होंने इस योजना में बदलाव पर जोर देते हुए कहा, “अगर इस योजना में कुछ परिवर्तन करने की जरूरत है तो करें और इसे फिर से युवाओं के बीच प्रस्तुत करें, ताकि इसे लेकर जो भी भ्रांतियां हैं, उसे दूर किया जा सके.”
वहीं, आरएसएस नेता ने नेम प्लेट को लेकर मचे सियासी बवाल पर भी अपनी बात रखी. उन्होंने कहा, “यह मामला सुप्रीम कोर्ट में गया था. कोर्ट ने इस पर रोक लगा दी थी, जिसका सम्मान सरकार और प्रशासन दोनों ने किया.”
दरअसल, बीते दिनों सुप्रीम कोर्ट ने कांवड़ रूटों पर खाने पीने की दुकानों पर नेम प्लेट लगाने के आदेश पर अंतरिम रोक लगा दी. यह रोक पांच अगस्त तक जारी रहेगी. पांच अगस्त को फिर से इस पर सुनवाई होगी. इस संबंध में उत्तर प्रदेश सरकार ने कोर्ट में हलफनामा भी दाखिल किया. सरकार ने अपने हलफनामे में कहा कि नेमप्लेट लगाने का आदेश इसलिए दिया गया था, ताकि राज्य में शांति व्यवस्था भंग ना हो.
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