26 राफेल मरीन जेट सौदे के बीच एनएसए डोभाल की फ्रांसीसी सशस्त्र बल मंत्री लेकॉर्नू से मुलाकात

Story by  मलिक असगर हाशमी | Published by  [email protected] | Date 02-10-2024
NSA Doval meets French Armed Forces Minister Lecornu amid 26 Rafale marine jet deal
NSA Doval meets French Armed Forces Minister Lecornu amid 26 Rafale marine jet deal

 

आवाज द वाॅयस / नई दिल्ली

भारतीय नौसेना की समुद्री हमला क्षमता को मजबूत करने के लिए अभी जब 26 राफेल मरीन जेट के सौदे पर मुहर लगने की तैयारी है, इस बीच फ्रांस की यात्रा पर गए भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल ने फ्रांसीसी सशस्त्र बल मंत्री सेबेस्टियन लेकॉर्नू के साथ व्यापक चर्चा की.

उनकी बातचीत का उद्देश्य द्विपक्षीय रक्षा सहयोग को गहरा करना और अंतरिक्ष सहयोग को आगे बढ़ाना है. साथ ही उभरते अंतरराष्ट्रीय भू-राजनीतिक परिदृश्य पर अंतर्दृष्टि साझा करना भी है.बता दें कि एनएसए अजीत डोभाल अपनी दो दिवसीय यात्रा फ्रांस में हैं. भारत ने 26 राफेल मरीन जेट सौदे के लिए फ्रांस के समक्ष अपना अंतिम मूल्य प्रस्ताव प्रस्ताव रखा है.

फ्रांस सरकार द्वारा भारत को 26 राफेल मरीन जेट के लिए अपना अंतिम प्रस्ताव पेश करने के बाद यह आया है. प्रस्तावित सौदे का उद्देश्य भारत की नौसेना क्षमताओं को बढ़ाना है, जिसमें लंबी समयसीमा और लागत निहितार्थों के बावजूद स्वदेशी तकनीकों को शामिल किया गया है.

फ्रांस से गहन बातचीत के बाद भारत ने 26 राफेल मरीन जेट की खरीद के लिए अपना अंतिम मूल्य प्रस्तुत किया. इमैनुएल मैक्रों की अध्यक्षता वाली फ्रांसीसी सरकार ने हाल में 26 राफेल मरीन जेट सौदे के संबंध में भारत को अंतिम मूल्य प्रस्ताव दिया था. यह घटनाक्रम भारतीय राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल की सोमवार को फ्रांस की दो दिवसीय यात्रा के मद्देनजर हुआ है.

— India in France (@IndiaembFrance) October 1, 2024

रक्षा सूत्रों के अनुसार, फ्रांस ने भारतीय अधिकारियों को सबसे अच्छी और अंतिम कीमत की पेशकश की है. सूत्रों ने उल्लेख किया कि प्रस्तावित अनुबंध में ठोस बातचीत के बाद परियोजना में महत्वपूर्ण मूल्य में कमी की गई है.भारत सरकार विक्रांत विमानवाहक पोत और अन्य ठिकानों पर तैनात करने के लिए 26 राफेल मरीन जेट का अनुबंध हासिल करना चाहती है.

पिछले हफ्ते, अंतिम डील तय करने के लिए दोनों पक्षों के बीच कड़ी बातचीत हुई. फ्रांसीसी दल ने कथित तौर पर भारत के साथ चर्चा को अंतिम रूप देने के लिए दिल्ली का दौरा किया था.अजीत डोभाल पेरिस में अपने फ्रांसीसी समकक्षों के साथ इस सौदे पर चर्चा कर रहे हैं. यह सौदा महत्वपूर्ण है, क्योंकि इसका उद्देश्य भारतीय नौसेना की समुद्री हमला क्षमता को मजबूत करना है.


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अनुरोध पत्र में, भारत ने कथित तौर पर भारतीय नौसेना के लिए जेट में स्वदेशी उत्तम रडार को एकीकृत करने जैसे विचलन की मांग की है. यह विशेष पत्र सरकारी सौदों के बराबर निविदा दस्तावेजों का उल्लेख करता है. हालांकि, एकीकरण में लगभग आठ साल की लंबी अवधि और अधिक कीमत शामिल होगी. इसके अलावा, भारत ने विमान पर स्वदेशी हथियारों को एकीकृत करने की मांग की है, जिसमें एस्ट्रा बियॉन्ड विजुअल रेंज मिसाइल और रुद्रम एंटी-रेडिएशन मिसाइल शामिल हैं.

 नौसेना सौदे में मुद्रास्फीति में होने वाले बदलावों को ध्यान में रखा गया है और इसमें भारतीय वायु सेना की आवश्यकताओं को भी शामिल किया गया है, जिसमें 40 ड्रॉप टैंक और विमानों के लिए कुछ वर्कस्टेशन शामिल हैं.