आवाज द वॉयस/ नई दिल्ली
एनआईए ने कश्मीर में आतंकी समूहों से संबंध रखने वाले भागलपुर के व्यक्ति के घर पर छापा मारा पटना, 19 फरवरी (आईएएनएस) राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने बुधवार सुबह बिहार के भागलपुर के भीखनपुर में नजरे सद्दाम के आवास पर छापेमारी की. सद्दाम के कश्मीर और पाकिस्तान के आतंकी समूहों से संबंध बताए जाते हैं. बुधवार सुबह की कार्रवाई दिल्ली और पटना से आई एनआईए की टीमों ने स्थानीय कानून प्रवर्तन एजेंसियों के सहयोग से की, जिसमें एक बस में भर पुलिसकर्मी और तीन पुलिस वाहन शामिल थे.
सद्दाम के असामाजिक तत्वों, खासकर पाकिस्तानी एजेंटों और कश्मीर में सक्रिय आतंकवादी संगठनों से संबंध होने के संदेह के बाद छापेमारी की गई थी. तलाशी के दौरान अधिकारियों को नकली नोटों के अवैध कारोबार से संबंधित दस्तावेज मिले. छापेमारी के दौरान सद्दाम के पिता मुहम्मद मसीउज्जमा और परिवार के अन्य सदस्यों से अलग-अलग पूछताछ की गई यह घटना क्षेत्र में जाली मुद्रा से संबंधित गतिविधियों और राष्ट्र-विरोधी तत्वों से संभावित संबंधों को रोकने के लिए NIA के चल रहे प्रयासों को रेखांकित करती है. यह मामला सीमा पार नेटवर्क से जुड़े एक सुव्यवस्थित जाली मुद्रा रैकेट को उजागर करता है, जिसमें बिहार, नेपाल और कश्मीर के संचालक शामिल हैं.
सद्दाम को सितंबर 2024 में बिहार के मोतिहारी शहर से गिरफ्तार किया गया था और बाद की जांच में नेपाल में पाकिस्तानी एजेंटों और कश्मीर में सक्रिय आतंकवादी संगठनों सहित राष्ट्र-विरोधी और आतंकवादी संगठनों से उसके संबंधों का पता चला. सद्दाम, एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर और एक शिक्षक का बेटा, कथित तौर पर नेपाल सीमा पार से नकली मुद्रा की तस्करी करता था और इसे कश्मीर में आपूर्ति करता था. मोतिहारी में उसकी गिरफ्तारी के बाद कश्मीर के अनंतनाग में मुहम्मद सरफराज को पकड़ा गया, जिससे चरमपंथी समूहों से उसके और संबंध सामने आए. उसका नेटवर्क भोजपुर और पटना तक फैला हुआ था, जिसमें कई व्यक्ति शामिल थे. सद्दाम की जाली मुद्रा पाइपलाइन नेपाल के भोरे गांव से शुरू हुई थी, जिसकी डिलीवरी भेलाही के पास होती थी.
उसका संपर्क, सरफराज कथित तौर पर कश्मीर में आतंकवादी गतिविधियों के लिए नकली नोटों का इस्तेमाल कर रहा था. मामले में एनआईए की नई दिलचस्पी को देखते हुए, भागलपुर में छापेमारी से पता चलता है कि उसकी गतिविधियों के बारे में और सबूत सामने आ सकते हैं. अधिकारी इस बात की जांच कर रहे हैं कि क्या गिरफ्तारी के बाद उसने फिर से काम करना शुरू कर दिया है या उसका नेटवर्क अभी भी सक्रिय है.