नई दिल्ली
आम आदमी पार्टी (आप) के विधायक मुकेश अहलावत शनिवार को दिल्ली की मुख्यमंत्री मनोनीत आतिशी के मंत्री पद की शपथ लेंगे.नए सदस्य राष्ट्रीय राजधानी के सुल्तानपुर माजरा विधानसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते हैं.आम आदमी पार्टी ने गुरुवार को कहा कि राज्यसभा सांसद आतिशी 21 सितंबर को दिल्ली के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगी.आम आदमी पार्टी ने एक बयान में कहा, "आतिशी 21 सितंबर को दिल्ली के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगी, उनके साथ अन्य मंत्री भी शपथ लेंगे."
आम आदमी पार्टी (आप) की नेता आतिशी, जिन्होंने दिल्ली के अगले मुख्यमंत्री बनने का दावा किया है, ने कहा कि वह निवर्तमान सीएम अरविंद केजरीवाल द्वारा उन पर जताए गए भरोसे से खुश हैं, लेकिन इस बात से दुखी हैं कि उन्होंने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है.
आतिशी ने कहा कि वह अगले कुछ महीनों में होने वाले विधानसभा चुनावों के बाद केजरीवाल को फिर से मुख्यमंत्री बनाने के लिए काम करेंगी.आतिशी ने कहा, "सबसे पहले मैं दिल्ली के लोकप्रिय मुख्यमंत्री, आप के राष्ट्रीय संयोजक और मेरे गुरु अरविंद केजरीवाल का आभार व्यक्त करना चाहूंगी.
उन्होंने मुझे इतनी बड़ी जिम्मेदारी दी और इसके लिए मुझ पर भरोसा किया.यह केवल आप में ही संभव है, केवल अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व में, कि कोई पहली बार राजनीति में आया व्यक्ति किसी राज्य का मुख्यमंत्री बन सकता है.मैं एक साधारण परिवार से आती हूं.अगर मैं किसी और पार्टी में होती, तो शायद मुझे चुनाव का टिकट भी नहीं मिलता."
43 वर्षीय आतिशी सुषमा स्वराज और शीला दीक्षित के बाद दिल्ली की तीसरी महिला मुख्यमंत्री होंगी.वह आप की एक प्रमुख नेता हैं और मनीष सिसोदिया के शिक्षा मंत्री रहते हुए उनकी सलाहकार रह चुकी हैं.आप नेताओं ने कहा कि उन्होंने राष्ट्रीय राजधानी के सरकारी स्कूलों में शिक्षा की स्थिति को सुधारने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है.
आतिशी आप की स्थापना के समय ही पार्टी में शामिल हो गई थीं और 2013 के विधानसभा चुनाव के लिए पार्टी की घोषणापत्र मसौदा समिति की प्रमुख सदस्य थीं.वह पार्टी की प्रवक्ता भी रह चुकी हैं.वह दिल्ली विधानसभा में कालकाजी निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करती हैं और दिल्ली सरकार में सबसे अधिक विभागों की जिम्मेदारी उनके पास है.
आतिशी को मार्च 2023 में आबकारी नीति मामले में मनीष सिसोदिया की गिरफ्तारी के बाद आप के सामने आई मुश्किलों का सामना करते हुए दिल्ली कैबिनेट में नियुक्त किया गया था.उन्हें इस मामले में जमानत पर रिहा भी किया गया है.आतिशी के सामने कई चुनौतियां होंगी क्योंकि वह राष्ट्रीय राजधानी में फिर से सत्ता में आने के उद्देश्य से विधानसभा चुनावों की तैयारी कर रही आप का प्रमुख चेहरा होंगी.