नेपाल की बिजली अब भारत होकर जाएगी बांग्लादेश

Story by  आवाज़ द वॉयस | Published by  [email protected] | Date 15-11-2024
Nepal's electricity will now go to Bangladesh through India
Nepal's electricity will now go to Bangladesh through India

 

नई दिल्ली. केंद्रीय विद्युत और आवास एवं शहरी मामलों के मंत्री मनोहर लाल खट्टर ने शुक्रवार को नेपाल के ऊर्जा, जल संसाधन और सिंचाई मंत्रालय द्वारा आयोजित एक वर्चुअल कार्यक्रम के माध्यम से नेपाल से बांग्लादेश तक पहले त्रिपक्षीय विद्युत प्रवाह लेनदेन का संयुक्त रूप से उद्घाटन किया.

खट्टर ने बांग्लादेश के विद्युत, ऊर्जा और खनिज संसाधन मंत्रालय के सलाहकार मोहम्मद फौजुल कबीर खान और नेपाल के ऊर्जा, जल संसाधन और सिंचाई मंत्री दीपक खड़का के साथ मिलकर विद्युत प्रवाह लेनदेन का उद्घाटन किया, जिसे भारतीय ग्रिड के माध्यम से अंजाम दिया गया था.

एक प्रेस बयान के अनुसार, भारतीय ग्रिड के माध्यम से नेपाल से बांग्लादेश तक विद्युत लेनदेन से 40 मेगावाट तक बिजली का निर्यात होगा. इस लेन-देन की घोषणा जून 2023 में नेपाल के पूर्व प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल की 31 मई से 3 जून तक भारत यात्रा के दौरान की गई थी. इस यात्रा के दौरान, दोनों पक्षों ने ऊर्जा क्षेत्र सहित अधिक उप-क्षेत्रीय सहयोग के प्रति अपनी प्रतिबद्धता व्यक्त की थी, जिससे सभी हितधारकों के पारस्परिक लाभ के लिए अर्थव्यवस्थाओं के बीच अंतर्संबंधों में वृद्धि होगी.

उद्घाटन के बाद, केंद्रीय मंत्री खट्टर ने कहा कि इस कदम से क्षेत्र के तीनों देशों को लाभ होगा. खट्टर ने कहा, ‘‘तीनों देशों के बिजली विभागों ने एक-दूसरे के साथ एक समझौता किया है, बिजली खरीद बिक्री और वितरण और ट्रांसमिशन के लिए क्षेत्रीय सहयोग, जिसमें नेपाल ने बांग्लादेश के साथ 40 मेगावाट पनबिजली के लिए एक समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं. नेपाल सरकार ने बांग्लादेश को अपनी बिजली भेजने के लिए भारत के ट्रांसमिशन ग्रिड का इस्तेमाल किया है... मुझे लगता है कि इससे तीनों देशों को फायदा होगा.’’

एनटीपीसी विद्युत व्यापार निगम, नेपाल विद्युत प्राधिकरण और बांग्लादेश पावर डेवलपमेंट बोर्ड के बीच एक त्रिपक्षीय बिजली बिक्री समझौते पर इस साल अक्टूबर में काठमांडू में हस्ताक्षर किए गए थे. बयान में कहा गया है कि भारत के माध्यम से नेपाल से बांग्लादेश तक बिजली प्रवाह शुरू होने से बिजली क्षेत्र में उप-क्षेत्रीय संपर्क को बढ़ावा मिलने की उम्मीद है.