"एनईपी शिक्षा प्रणाली का भारतीयकरण है... सोनिया गांधी को इसके बारे में पता होना चाहिए": महाराष्ट्र के सीएम देवेंद्र फडणवीस

Story by  आवाज़ द वॉयस | Published by  onikamaheshwari | Date 31-03-2025
"NEP is Indianisation of education system... Sonia Gandhi should know about it": Maharashtra CM Devendra Fadnavis

 

नागपुर, महाराष्ट्र

महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने सोमवार को नई शिक्षा नीति (एनईपी) की सराहना करते हुए कहा कि एनईपी भारत की शिक्षा प्रणाली का "भारतीयकरण" है. "मुझे लगता है कि यह (एनईपी) भारत की शिक्षा प्रणाली का भारतीयकरण है..." फडणवीस ने नागपुर में संवाददाताओं से कहा. 
 
यह कांग्रेस संसदीय दल (सीपीपी) की अध्यक्ष सोनिया गांधी द्वारा एनईपी के मुद्दे पर केंद्र की तीखी आलोचना के बाद आया है, जिसमें उन्होंने द हिंदू में लिखे एक लेख में केंद्र पर "तीन मुख्य एजेंडे - केंद्रीकरण, व्यावसायीकरण और सांप्रदायिकरण" को लागू करने का आरोप लगाया है. 
 
इस पर प्रतिक्रिया देते हुए मुख्यमंत्री फडणवीस ने कहा कि सोनिया गांधी को अधिक जानकारी हासिल करनी चाहिए और भारतीय शिक्षा प्रणाली के 'भारतीयकरण' का समर्थन करना चाहिए. 
 
मुख्यमंत्री ने कहा, "मैकाले ने जिस शिक्षा नीति को हमारे देश को गुलाम बनाने के लिए लाया था, अगर उसे बदलकर भारतीयकरण कर दिया जाए, तो मुझे लगता है कि किसी को भी इससे कोई दिक्कत नहीं होनी चाहिए. कोई भी देशभक्त इसका समर्थन करेगा. मुझे लगता है कि सोनिया गांधी जी को इसके बारे में और जानना चाहिए और भारतीय शिक्षा प्रणाली के भारतीयकरण का पूरा समर्थन करना चाहिए." इससे पहले शनिवार को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि भाषा के आधार पर देश को बांटने की प्रवृत्ति खत्म होनी चाहिए. उन्होंने दोहराया कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) हिंदी और अन्य सभी भारतीय भाषाओं की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध है. "कुछ लोग तमिल और हिंदी भाषाओं को लेकर बेवजह विवाद पैदा कर रहे हैं. 
 
हालांकि, भाजपा हिंदी और अन्य सभी भारतीय भाषाओं की रक्षा के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है और हम इस दिशा में काम कर रहे हैं. हिंदी और अन्य भारतीय भाषाओं के बीच कोई प्रतिस्पर्धा नहीं है, बल्कि उनके बीच सहयोग की भावना है. हिंदी सभी भारतीय भाषाओं को मजबूत करती है और सभी भारतीय भाषाएं हिंदी को मजबूत करती हैं," राजनाथ सिंह ने कहा.  
 
उन्होंने कहा, "भाषा के नाम पर देश को बांटने की यह प्रवृत्ति बंद होनी चाहिए. और अगर कोई इस संदेश को प्रभावी ढंग से फैला सकता है और इसमें सक्रिय भूमिका निभा सकता है, तो मेरा मानना ​​है कि हमारी बहनें इसे और अधिक प्रभावशाली तरीके से कर सकती हैं." रक्षा मंत्री तमिल योद्धा रानी वेलु नचियार की स्मृति में आयोजित एक कार्यक्रम में बोल रहे थे.
 
उनकी टिप्पणी ऐसे समय में आई है जब एमके स्टालिन के नेतृत्व वाली तमिलनाडु सरकार राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) 2020 और परिसीमन अभ्यास में प्रस्तावित तीन-भाषा फार्मूले को लेकर केंद्र सरकार से असहमत है.