Nagpur violence: CCTV footage surfaced, rioters entered settlements and targeted vehicles
नागपुर
महाराष्ट्र के नागपुर में सोमवार देर रात दो समूहों के बीच हुई हिंसक झड़प के बाद कई थाना क्षेत्रों में कर्फ्यू लगा दिया गया है. शहर में हिंसा के चलते सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं. इस बीच, महाल इलाके में बीती रात हुई हिंसा के सीसीटीवी फुटेज सामने आए हैं.
इनमें 50 से 100 लोगों के अलग-अलग समूह गलियों में घूमते दिख रहे हैं. साथ ही, वे वहां मौजूद वाहनों को निशाना बना रहे हैं. दरअसल, नागपुर के महाल इलाके में विश्व हिंदू परिषद् (विहिप) और बजरंग दल के विरोध-प्रदर्शन के खिलाफ मुस्लिम समुदाय के लोग सोमवार देर शाम सड़क पर उतर आए.
हालांकि, पुलिसकर्मियों ने उन्हें सड़क पर ही रोक दिया, लेकिन इस बीच कुछ उपद्रवी महाल इलाके में स्थित रिहायशी बस्तियों में घुस आए.यह घटना इलाके में लगे सीसीटीवी कैमरों में कैद हो गई. इनमें दिखाई दे रहा है कि मुंह पर नकाब बांधे लोगों के हाथों में लाठी-डंडे हैं और वे वाहनों पर पथराव करते नजर आ रहे हैं.
वीडियो में दिखाई दे रहा है कि अलग-अलग समूहों में मौजूद उपद्रवी गलियों में दौड़-दौड़कर पत्थर बरसा रहे हैं और गलियों में खड़े वाहनों को नुकसान पहुंचा रहे हैं.इतना ही नहीं, एक सीसीटीवी फुटेज में कुछ उपद्रवी भागते हुए दिखाई दे रहे हैं और इस दौरान वे जमीन से पत्थर उठाकर दूसरी ओर पथराव भी कर रहे हैं.
उल्लेखनीय है कि नागपुर में दो समूहों के बीच हिंसक झड़प के बाद 10 पुलिस थाना क्षेत्रों में कर्फ्यू लगा दिया गया है. अधिकारियों ने मंगलवार को यह जानकारी दी। जिन इलाकों में कर्फ्यू लगाया गया है, उनमें कोतवाली, गणेशपेठ, लकड़गंज, पचपावली, शांतिनगर, सक्करदरा, नंदनवन, इमामवाड़ा, यशोधरा नगर और कपिल नगर थाना क्षेत्र शामिल हैं.
शहर के पुलिस आयुक्त रविंदर कुमार सिंघल ने एक आदेश जारी कर कहा कि आधी रात से लगाया गया कर्फ्यू अगले आदेश तक लागू रहेगा. पुलिस को कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए प्रभावित क्षेत्रों में सड़कें बंद करने का अधिकार दिया गया है.
कर्फ्यू का उल्लंघन करने वाले किसी भी व्यक्ति पर भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धारा 223 के तहत कार्रवाई की जाएगी.पुलिस आयुक्त ने कहा, "फिलहाल स्थिति शांत है. एक फोटो जलाई गई, जिसके बाद लोग इकट्ठा हो गए.
हमने इस भीड़ को तितर-बितर करने की कोशिश की.हमने इस संबंध में कार्रवाई भी की है. आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी."पुलिस ने नागरिकों से शांति, कानून और व्यवस्था की बहाली में सहयोग करने की अपील की है.
पुलिस सूत्रों ने बताया कि उन्होंने बड़े पैमाने पर तलाशी अभियान चलाया है और अब तक पथराव, तोड़फोड़ और पुलिस और दमकल कर्मियों पर हमले में कथित रूप से शामिल 50 लोगों को हिरासत में लिया है. पुलिस, एसआरपीएफ और आरएएफ के जवानों की एक बड़ी टुकड़ी तैनात की गई है. पुलिस उपायुक्त समेत एक दर्जन से अधिक पुलिसकर्मी घायल हुए हैं