मुस्लिम समुदाय ने उनका किया सामाजिक बहिष्कार, जिन्होंने गोवंश का सिर चौराहे पर फेंका

Story by  आवाज़ द वॉयस | Published by  [email protected] | Date 06-01-2025
Accused arrested
Accused arrested

 

जोधपुर: राजस्थान के जोधपुर में मथानिया चौराहे पर दो युवकों ने ऐसी घटना को अंजाम दिया, जिसके बाद सामाजिक सौहार्द बिगड़ना तय था, लेकिन प्रशासनिक सजगता और सामाजिक समरसता के चलते ऐसा नहीं हुआ. पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया. इसके बाद कौम नागौरी तेलियान पंचायत समिति तिंवरी ने जो फैसला लिया. उसकी भी खूब तारीफ हो रही है.

टीवी9 की एक रिपोर्ट के अनुसार, 4 जनवरी शनिवार को तिंवरी के मथानिया चौराहे पर एक गोवंश के बछड़े का कटा हुआ सिर मिला था. इसके बाद तिंवरी में सनसनी फैल गई थी. घटना की जानकारी मिलने के बाद बजरंग दल समेत कई हिंदू संगठन मौके पर पहुंचे और इस घटना का विरोध किया. इस मामले में पुलिस ने 24 घंटे के अंदर दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया.

पुलिस ने इस मामले में तिंवरी के मेघवालों का बास के रहने वाले टैक्सी चालक 20 वर्षीय मोहम्मद साउथ पुत्र मोहम्मद यूनुस और तेलियां का बास निवासी 28 वर्षीय अकरम उर्फ बाबू पुत्र अब्दुल लतीफ को गिरफ्तार कर लिया. दोनों आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने सुरक्षा के मद्देनजर तिंवरी में पुलिस बल की तैनाती कर दी. इसके बाद पुलिस ने तिंवरी और जोधपुर समेत आसपास के इलाकों में फ्लैग मार्च निकाला.

तिंवरी में हिंदू और मुस्लिम संगठनों ने फ्लैग मार्च के दौरान पुलिस पर फूलों की वर्षा की. उन्होंने तुरंत एक्शन लेने और गिरफ्तारी करने पर खुशी जाहिर की. इसके साथ ही मुस्लिम समाज ने आरोपियों और उनके परिवार को समाज से बाहर कर दिया. सोमवार को घटना के तीसरे दिन कौम नागौरी तेलियान पंचायत समिति तिंवरी के अध्यक्ष मोहम्मद इकबाल बाबू राठौड़ ने समाज के लेटर पैड पर लिखकर संदेश जारी किया.

संदेश में जानकारी दी गई कि दोनों आरोपियों और उनके परिवार को समाज से बाहर कर दिया गया है. उन्होंने हिंदू मुस्लिम एकता को बिगाड़ने, हिंदू धर्म की भावनाओं को ठेस पहुंचाने और सामाजिक सौहार्द को खत्म करने की साजिश रचने की वजह से ये कदम उठाया. हिंदू संगठनों ने मुस्लिम समाज के संगठन के उठाए गए कदम की खूब तारीफ की. पहली बार इस तरह का एक्शन लिया गया.