मुंबई
पहलगाम आतंकी हमले को लेकर तनाव के बीच, मुंबई पुलिस ने महानगर में रहने वाले कम से कम 17 पाकिस्तानी नागरिकों की पहचान की है. पुलिस के अनुसार, पहचाने गए पाकिस्तानी नागरिकों को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम जिले में हुए घातक आतंकवादी हमले के मद्देनजर केंद्र सरकार के निर्देशों के अनुसार देश छोड़ने के लिए निकास परमिट जारी किए गए हैं, जिसमें 26 लोग मारे गए और कई घायल हो गए. यह अल्पकालिक और पर्यटक वीजा पर भारत आने वाले पाकिस्तानी नागरिकों पर लागू होता है. एक अधिकारी के अनुसार, रविवार को अल्पकालिक वीजा धारकों के लिए समय सीमा समाप्त होने के बाद पिछले तीन दिनों में कुल 537 पाकिस्तानी नागरिक अटारी सीमा के माध्यम से भारत छोड़ चुके हैं.
एएनआई से बात करते हुए, अटारी सीमा पर एक प्रोटोकॉल अधिकारी अरुण पाल ने कहा कि पिछले तीन दिनों में 850 भारतीय नागरिक भारत लौट आए हैं. उन्होंने कहा कि अकेले रविवार को 237 पाकिस्तानी नागरिक अपने देश लौट आए, जबकि 116 भारतीय नागरिक वापस आए. इस बीच, खुफिया ब्यूरो (आईबी) ने राष्ट्रीय राजधानी में रह रहे करीब 5000 पाकिस्तानी नागरिकों की सूची दिल्ली पुलिस को सौंप दी है, ताकि इन लोगों की घर वापसी सुनिश्चित की जा सके. जम्मू-कश्मीर के पहलगाम जिले में पर्यटकों पर हाल ही में हुए आतंकवादी हमले के बाद केंद्र के हालिया निर्देश के मद्देनजर पाकिस्तानी नागरिकों के वीजा रद्द कर दिए गए हैं.
विदेशी क्षेत्रीय पंजीकरण कार्यालय (एफआरआरओ) ने सूची को दिल्ली पुलिस की एक विशेष शाखा के साथ साझा किया है, और इसे आगे के सत्यापन और पहचान के लिए संबंधित जिले के साथ साझा किया गया है. सूची में हिंदू पाकिस्तानी नागरिकों के नाम शामिल हैं, जिनके पास दीर्घकालिक वीजा (एलटीवी) है और उन्हें छूट दी गई है. शुक्रवार को, भारत सरकार ने 27 अप्रैल से तत्काल प्रभाव से दीर्घकालिक, राजनयिक और आधिकारिक वीजा को छोड़कर पाकिस्तानी नागरिकों को जारी किए गए सभी श्रेणियों के वीजा रद्द कर दिए.
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में पर्यटकों पर हुए आतंकवादी हमले में 26 लोग मारे गए, जिनमें ज्यादातर पर्यटक थे, जिनमें एक नेपाली नागरिक भी शामिल था, जिनकी बेरहमी से गोली मारकर हत्या कर दी गई. यह घटना जम्मू-कश्मीर के लोकप्रिय पर्यटन शहर पहलगाम के पास बैसरन मैदान में दोपहर करीब 2 बजे हुई. यह 2019 के पुलवामा हमले के बाद से इस क्षेत्र में सबसे घातक हमलों में से एक था, जिसमें 40 केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के जवान शहीद हो गए थे. इस घटना ने पूरे देश में आक्रोश फैला दिया है, पूरे देश में व्यापक विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं, जिसमें पहलगाम हमले को लेकर पाकिस्तान के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की जा रही है.