अमेरिका और इजरायली लक्ष्यों पर किए मिसाइल और ड्रोन हमले : हूती ग्रुप

Story by  आवाज़ द वॉयस | Published by  onikamaheshwari | Date 26-03-2025
Missile and drone attacks on US and Israeli targets: Houthi group
Missile and drone attacks on US and Israeli targets: Houthi group

 

सना
 
यमन के हूती विद्रोही समूह ने बुधवार को कहा कि उसने लाल सागर में एक अमेरिकी विमानवाहक पोत और इजरायल के शहर तेल अवीव में 'सैन्य ठिकानों' पर हमले किए हैं. 
 
हूती सैन्य प्रवक्ता याह्या सरिया ने अल-मसीरा टीवी पर प्रसारित एक बयान में कहा, "पिछले कुछ घंटों में हमारे बलों ने लाल सागर में अमेरिकी युद्धपोतों को निशाना बनाते हुए मिसाइल और ड्रोन हमले किए, इसमें यूएसएस हैरी एस. ट्रूमैन विमानवाहक पोत भी शामिल है, जिससे हमारे देश के खिलाफ आक्रमण किया जा रहा है." अल मसीरा टीवा का संचालन हूती ग्रुप करता है. 
 
सरिया ने कहा कि टकराव कई घंटों तक जारी रहा. उन्होंने हूती के कब्जे वाले उत्तरी यमन क्षेत्रों पर चल रहे अमेरिकी हवाई हमलों का जवाब देने का संकल्प लिया. 
 
अमेरिकी सेना ने अभी तक इन हमलों पर कोई टिप्पणी नहीं की है.
 
हूती सैन्य प्रवक्ता ने यह भी कहा कि उनके समूह ने इजरायल पर भी नए हमले किए हैं. उन्होंने कहा,"गाजा में फिलिस्तीनी लोगों के समर्थन में, हमने कई ड्रोन का इस्तेमाल करके तेल अवीव में सैन्य ठिकानों को निशाना बनाया." 
 
प्रवक्ता ने लाल सागर में इजरायली शहरों और इजरायल से जुड़े जहाजों को तब तक निशाना बनाने का संकल्प लिया जब तक कि 'गाजा पर युद्ध बंद नहीं हो जाता.'
 
मंगलवार देर रात, अल-मसीरा टीवी ने उत्तरी यमन के सादा प्रांत पर सात अमेरिकी हवाई हमलों की सूचना दी. हालांकि, इन हमलों में हताहतों की कोई रिपोर्ट नहीं आई. यह हमले यमन में हूती-नियंत्रित क्षेत्रों के खिलाफ चल रहे अमेरिकी अभियान का हिस्सा हैं, जो मार्च के मध्य में शुरू हुआ था. 
 
इससे पहले 23 मार्च को, अल-मसीरा टीवी ने बताया था कि लाल सागर में तैनात अमेरिकी सेना ने यमन के उत्तरी प्रांत सादा पर हवाई हमले किए थे. हमले में सादा के मुख्य शहर के आसपास के क्षेत्रों को निशाना बनाया गया था, जो हूती का गढ़ है.
 
2014 से गृहयुद्ध के बाद हूती समूह ने उत्तरी यमन के अधिकांश हिस्से पर नियंत्रण बना रखा है. ग्रुप ने गाजा में फिलिस्तीनियों के साथ एकजुटता में इजरायली लक्ष्यों पर हमला जारी रखने ऐलान किया है. समूह का यह भी कहना है कि वह 'अमेरिकी आक्रमण' जवाब देता रहेगा.