मुंबई. महाराष्ट्र के मंत्री नितेश राणे ने बुधवार को राज्य के शिक्षा मंत्री दादा भूसे को पत्र लिखकर 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षाओं के लिए परीक्षा केंद्रों पर बुर्का पहनने पर प्रतिबंध लगाने का अनुरोध किया, क्योंकि इससे संभावित धोखाधड़ी की घटनाओं के बारे में चिंता जताई गई.
हिंदू और मुस्लिम छात्रों के लिए नियमों में एकरूपता की वकालत करते हुए उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र में हिंदुत्व विचारधारा का पालन करने वाली महायुति सरकार तुष्टिकरण की राजनीति को बर्दाश्त नहीं करेगी. उन्होंने कहा कि जो लोग हिजाब या बुर्का पहनना चाहते हैं, वे घर पर ऐसा कर सकते हैं, लेकिन परीक्षा केंद्रों पर नहीं.
महाराष्ट्र सरकार में मत्स्य पालन और बंदरगाह मंत्री राणे ने एएनआई से कहा, ‘‘हिंदुत्व विचारधारा का पालन करने वाली हमारी सरकार तुष्टीकरण की राजनीति को बर्दाश्त नहीं करेगी. जो नियम हिंदू छात्रों पर लागू होते हैं, वही मुस्लिम छात्रों पर भी लागू होने चाहिए. जो लोग बुर्का या हिजाब पहनना चाहते हैं, वे अपने घर पर पहन सकते हैं, लेकिन परीक्षा केंद्रों पर उन्हें अन्य छात्रों की तरह ही परीक्षा देनी चाहिए.’’
मंत्री ने बताया कि उन्होंने बुर्का पहने छात्रों द्वारा परीक्षा के दौरान नकल और धोखाधड़ी की घटनाओं के कारण भुसे को पत्र लिखा है. राणे ने कहा, ‘‘छात्रों द्वारा बुर्का पहने जाने पर नकल और धोखाधड़ी की घटनाएं हुई हैं. महाराष्ट्र में ऐसा नहीं होना चाहिए, इसलिए मैंने संबंधित मंत्री को पत्र लिखा है.’’
विपक्ष और मुस्लिम विद्वानों द्वारा इस पर आपत्ति जताए जाने पर प्रतिक्रिया पूछे जाने पर उन्होंने कहा, ‘‘अगर वे बुर्का पहनकर परीक्षा देना चाहते हैं तो उन्हें पाकिस्तान चले जाना चाहिए, क्योंकि हमारे पास बाबासाहेब अंबेडकर द्वारा तैयार किया गया संविधान है, न कि शरिया कानून.’’