प्रयागराज
मुंबई की शबनम शेख की तिलक लगाकर महाकुंभ में स्नान करने की तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हो रही हैं. यह वही शबनम है जिसने पिछले साल अयोध्या में राम मंदिर में पूजा की थी. वह मुंबई से चलकर रामलला के दर्शन करने आई थी. पिछले साल चर्चा में रही यह लड़की इस बार शांतिपूर्ण तरीके से महाकुंभ में प्रवेश कर गई. वह संतों के साथ शिविर में रही और फिर परिचय बनाने के बाद वापस लौट गई.
महाकुंभ में मुसलमानों के प्रवेश पर सख्ती के बावजूद शबनम संतों के बीच कैसे रही, यह एक हैरान करने वाला सवाल है, लेकिन आपको बता दें कि एक संत ने खुद उसे अपने शिविर में रहने के लिए आमंत्रित किया था. अयोध्या स्थित तपस्वी छावनी के प्रमुख जगतगुरु आचार्य परमहंसदास ने शबनम को महाकुंभ क्षेत्र में अपने शिविर में रखा था. उन्होंने न सिर्फ शबनम के रहने की व्यवस्था की, बल्कि जब शबनम उनसे मिलने आई तो उन्होंने उसका तिलक और फूलों से स्वागत किया.
उन्होंने ही शबनम को प्रयाग राज में पवित्र किया था. आचार्य जी का कहना है कि शबनम एक अच्छी बेटी है और उसके दिल में सनातन धर्म के प्रति सम्मान और प्रेम है. आचार्य जी ने यह भी कहा कि शबनम शेख जैसी बेटियां समाज को जोड़ने का काम करती हैं. महाकुंभ में ऐसे लोगों का स्वागत है. अगर विरोध सिर्फ उनका है तो वे गलत भावना लेकर संतों के समागम में आना चाहते हैं. शबनम जब अयोध्या में राम मंदिर के लिए मुंबई से निकलीं तो उनका हर जगह स्वागत हुआ. कुछ लोगों ने इसे नाटक भी कहा. उन्हें कई बार धमकियां भी मिलीं. इस बार उन्होंने सुरक्षा कारणों से महाकुंभ में आने की घोषणा नहीं की.