आवाज द वॉयस/ नई दिल्ली
मध्य प्रदेश के गुना जिले में बोरवेल से बचाए जाने के बाद जिला अस्पताल ले जाए गए 10 वर्षीय लड़के की मौत हो गई है, अधिकारियों ने रविवार को यह जानकारी दी. लड़के की पहचान सुमित मीरा के रूप में हुई है. गुना जिला अस्पताल के डॉक्टर राहुल रघुवंशी ने बताया कि बच्चे को बचाव स्थल से मृत अवस्था में लाया गया था.
डॉक्टर ने कहा कि उसकी नब्ज नहीं चल रही थी और उसके शरीर में अकड़न पैदा हो गई थी. गुना जिला अस्पताल के डॉक्टर राहुल रघुवंशी ने एएनआई को बताया, "राघौगढ़ में बोरवेल में गिरे बच्चे सुमित मीरा (10) की हालत गंभीर थी. प्रशासन द्वारा बचाए जाने के बाद उसे जिला अस्पताल ले जाया गया. वहां उसकी हालत गंभीर थी. उसे यहां मृत अवस्था में लाया गया. हमने इसकी पुष्टि की और शव को पोस्टमार्टम रूम में भेज दिया. जब उसे यहां लाया गया तो उसकी नब्ज नहीं चल रही थी. शव में अकड़न पैदा हो गई थी." इससे पहले गुना के सहायक पुलिस अधीक्षक (एएसपी) मान सिंह ठाकुर ने बताया कि बचाव अभियान शनिवार शाम छह बजे शुरू हुआ और आज सुबह लड़के को बचाए जाने तक जारी रहा.
"सुमित कल दोपहर करीब साढ़े तीन बजे बोरवेल में गिर गया था. उसे बाहर निकालने के लिए बचाव अभियान शाम छह बजे शुरू हुआ. आज सुबह करीब साढ़े नौ बजे सुमित को बोरवेल से बाहर निकाला गया. उसे अस्पताल ले जाया गया है, उसकी सांसें धीमी चल रही हैं. वह अभी बेहोश है," ठाकुर ने एएनआई को बताया.
अधिकारी ने बताया कि लड़के को बचाने के लिए दो बचाव दल तैनात किए गए हैं.
यह घटना शनिवार शाम राघौगढ़ के जंजाली इलाके में हुई.
गुना के कलेक्टर सत्येंद्र सिंह ने पहले कहा, "लड़के (बोरवेल के अंदर फंसे) को ऑक्सीजन सहायता प्रदान की जा रही है. सभी टीमें बचाव अभियान में लगी हुई हैं."
अधिकारी ने बताया कि लड़का करीब 39 फीट की गहराई पर फंसा हुआ था। लड़के को बचाने के लिए समानांतर 22 फीट गहरा गड्ढा खोदा गया.
उन्होंने यह भी बताया कि डॉक्टरों की एक टीम लड़के को ऑक्सीजन सहायता प्रदान कर रही है.