मुस्लिमों द्वारा छीनी गई जमीनें आदिवासियों को वापस दी जाएंगी: निशिकांत दुबे

Story by  एटीवी | Published by  [email protected] | Date 16-10-2024
मुस्लिमों द्वारा छीनी गई जमीनें आदिवासियों को वापस दी जाएंगी: निशिकांत दुबे
मुस्लिमों द्वारा छीनी गई जमीनें आदिवासियों को वापस दी जाएंगी: निशिकांत दुबे

 

नई दिल्ली. झारखंड के लिए चुनाव कार्यक्रम की घोषणा के बाद, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सांसद निशिकांत दुबे ने मंगलवार को राज्य में आगामी चुनाव जीतने का विश्वास व्यक्त करते हुए कहा कि मुसलमानों द्वारा आदिवासियों से छीनी गई जमीनें उनके मूल मालिकों को वापस कर दी जाएंगी.

दुबे ने कहा, ‘‘झारखंड में भाजपा दो तिहाई बहुमत से सरकार बनाएगी... आदिवासी आबादी 45 प्रतिशत से घटकर 27-28 प्रतिशत रह गई है. अगली जनगणना तक यह घटकर 22 प्रतिशत रह जाएगी. पूरे देश में मुसलमानों की आबादी में 4 प्रतिशत की वृद्धि हुई है, लेकिन यहां (झारखंड में) उनकी संख्या 15-16 प्रतिशत बढ़ी है. ये बांग्लादेशी घुसपैठिए हैं और हम उन्हें भगा देंगे. हम एनआरसी लागू करेंगे. मुसलमानों द्वारा आदिवासियों से छीनी गई जमीन आदिवासियों को वापस की जाएगी.’’

भारतीय चुनाव आयोग (ईसीआई) ने दिन में पहले ही राज्य के लिए चुनाव कार्यक्रम की घोषणा कर दी थी. झारखंड में 13 और 20 नवंबर को दो चरणों में मतदान होगा. झारखंड और महाराष्ट्र दोनों के लिए मतों की गिनती 23 नवंबर को होगी. दोनों चरणों के लिए नामांकन दाखिल करने की अंतिम तिथि 25 और 29 अक्टूबर है, जबकि 28 और 30 अक्टूबर को नामांकन पत्रों की जांच होगी. नामांकन वापस लेने की अंतिम तिथि क्रमशः 30 अक्टूबर और 1 नवंबर है.

चुनाव आयोग के अनुसार, झारखंड में कुल 2.60 करोड़ मतदाता मतदान करने के पात्र हैं, जिनमें 1.31 करोड़ पुरुष और 1.29 करोड़ महिला मतदाता हैं. राज्य में 11.84 लाख पहली बार मतदान करने वाले मतदाता हैं, और 66.84 लाख युवा मतदाता हैं. 85 वर्ष से अधिक आयु के वरिष्ठ नागरिक घर से मतदान कर सकते हैं. झारखंड विधानसभा का कार्यकाल 5 जनवरी, 2025 को समाप्त होगा, जिसमें राज्य भर में 81 निर्वाचन क्षेत्रों में चुनाव होने हैं.