अजमेर
भारत की आध्यात्मिक सद्भावना को दर्शाने वाले एक महत्वपूर्ण घटनाक्रम में, अल्पसंख्यक मामलों के माननीय मंत्री किरेन रिजिजू ने आज ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती के 813वें उर्स के दौरान अजमेर शरीफ दरगाह पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से चादर चढ़ाई. यह लगातार 11वां वर्ष है, जब प्रधानमंत्री मोदी ने इस प्रतिष्ठित परंपरा में भाग लिया है, जो भारत की समृद्ध आध्यात्मिक विरासत और शांति और एकता के स्थायी संदेश के प्रति उनके गहरे सम्मान को दर्शाता है.
— Kiren Rijiju (@KirenRijiju) January 4, 2025
अजमेर जाते समय जयपुर पहुंचने पर बोलते हुए मंत्री रिजिजू ने इस प्रथा के सांस्कृतिक और धार्मिक महत्व पर जोर दिया, जो देश में वर्षों से एक पोषित परंपरा रही है. रिजिजू ने कहा, ‘‘अजमेर में उर्स के दौरान ‘गरीब नवाज’ की दरगाह पर जाना देश की एक पुरानी परंपरा है. मुझे पीएम मोदी की ओर से ‘चादर’ चढ़ाने का अवसर मिला है, जो सद्भाव और भाईचारे का संदेश देता है. कल, मैं दिल्ली में हजरत निजामुद्दीन की दरगाह भी गया और वहां भी चादर चढ़ाई.’’
— Kiren Rijiju (@KirenRijiju) January 4, 2025
मंत्री ने विविधता में एकता को बढ़ावा देने के महत्व पर भी प्रकाश डाला, जो भारत के सांस्कृतिक ताने-बाने की पहचान रही है. रिजिजू ने कहा, ‘‘उर्स के इस पावन अवसर पर, हम देश में शांतिपूर्ण माहौल के लिए दुआ मांगते हैं. विविधता में एकता हमारी संस्कृति की नींव है, और सभी समुदायों के लोग यहां गरीब नवाज का आशीर्वाद लेने आते हैं.’’
— ANI_HindiNews (@AHindinews) January 4, 2025
अपने भाषण में, मंत्री ने उर्स के दौरान दरगाह पर आने वाले लाखों तीर्थयात्रियों के सामने आने वाली रसद चुनौतियों को संबोधित किया. उन्होंने कहा, ‘‘हर साल लाखों लोग अजमेर शरीफ दरगाह आते हैं, और हम उनकी यात्रा को आसान बनाने की दिशा में काम कर रहे हैं. श्रद्धालुओं के लिए बेहतर अनुभव सुनिश्चित करने के लिए नई पहल शुरू की जा रही हैं.’’ उन्होंने तीर्थयात्रियों के लिए सुविधाओं में सुधार के लिए सरकार की प्रतिबद्धता की पुष्टि की.
— ANI_HindiNews (@AHindinews) January 4, 2025
पीएम मोदी द्वारा चादर चढ़ाने की यह वार्षिक प्रस्तुति और तीर्थयात्रा के अनुभव को बेहतर बनाने के लिए अल्पसंख्यक मामलों के मंत्रालय द्वारा हाल ही में किए गए प्रयास भारत के धार्मिक सहिष्णुता, भाईचारे और राष्ट्रीय एकता के मूल्यों को मजबूत करते हैं.