नई दिल्ली
उत्तर-पूर्वी दिल्ली के मुस्तफाबाद स्थित शक्ति विहार इलाके में शनिवार तड़के एक चार मंजिला आवासीय इमारत के ढहने से दर्दनाक हादसा हो गया. इस दुर्घटना में 11 लोगों की मौत हो गई, जबकि 11 अन्य घायल हो गए। राहत और बचाव कार्य 12 घंटे तक चला.
पुलिस के मुताबिक, इमारत में कुल 22 लोग रह रहे थे, जिनमें से अधिकतर एक ही परिवार के सदस्य थे। मरने वालों में इमारत के मालिक तहसीन (60) और उनके परिवार के छह सदस्य शामिल हैं.
घटना तड़के करीब 3 बजे की है। दिल्ली पुलिस, एनडीआरएफ, अग्निशमन सेवा और अन्य एजेंसियों की टीमों ने तुरंत मौके पर पहुंचकर राहत अभियान शुरू किया. घायलों को तुरंत जीटीबी अस्पताल ले जाया गया, जहां छह को इलाज के बाद छुट्टी दे दी गई, जबकि बाकी का इलाज जारी है.
पुलिस का मानना है कि इमारत के भूतल पर चल रहे निर्माण कार्य के चलते यह हादसा हुआ.. स्थानीय लोगों का भी कहना है कि नई दुकान के निर्माण के कारण यह पुरानी इमारत कमजोर हो गई थी.
रहवासी सलीम अली ने बताया कि इलाके में लंबे समय से सीवर का पानी इमारतों की दीवारों में रिस रहा था, जिससे ढांचे कमजोर हो गए थे और दीवारों में दरारें आ चुकी थीं.दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) ने बयान जारी कर कहा कि ढही हुई इमारत लगभग 20 साल पुरानी थी.
हादसे में जान गंवाने वालों में
इस हादसे में जान गंवाने वालों में तहसीन, उनकी पत्नी शाहिना (28), बेटा नजीम (30), बहू चांदनी (23), तीन छोटे बच्चे – अनस (6), आफरीन (2) और अफान (2), दो अन्य युवक दानिश (23), नावेद (17), रेशमा (38) और इशाक (75) शामिल हैं.
इमारत के बगल में रहने वाले रायन ने बताया, "ऐसा लगा जैसे कोई भारी चीज घर से टकराई हो. जब बाहर देखा तो पूरी इमारत मलबे में तब्दील हो चुकी थी.."
एनडीआरएफ के डीआईजी मोहसिन शाहिदी ने बताया कि यह "पैनकेक कोलैप्स" की तरह था – एक ऐसा ढहाव जिसमें ऊपर की मंजिलें नीचे की मंजिलों पर गिरती जाती हैं और जीवित बचने की संभावना बहुत कम होती है.
उन्होंने बताया कि यह क्षेत्र अत्यधिक भीड़भाड़ वाला है, जिस कारण बचाव कार्य मुश्किल हुआ और भारी मशीनरी के इस्तेमाल में भी दिक्कत आई.दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने घटना पर शोक जताते हुए इसकी जांच के आदेश दिए हैं.
उन्होंने 'एक्स' पर लिखा, "मुस्तफाबाद की इस दुखद घटना पर गहरा दुख है. पीड़ित परिवारों के प्रति मेरी संवेदनाएं हैं। दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी."
आम आदमी पार्टी के प्रमुख और पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी हादसे पर दुख जताया और अपने कार्यकर्ताओं से प्रशासन को हरसंभव सहायता देने की अपील की. आप नेता आतिशी ने भी दुख जताते हुए पार्टी कार्यकर्ताओं से राहत अभियान में सहयोग करने को कहा.
स्थानीय लोगों ने इलाके की अन्य चार-पांच इमारतों की भी जर्जर हालत पर चिंता जताई है और प्रशासन से समय रहते कार्रवाई की मांग की है.