मुरादाबाद. राजस्थान सरकार जल्द ही धर्मांतरण रोकने के लिए नया कानून बनाने वाली है. इस पर सूफी फाउंडेशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष कशिश वारसी ने रविवार को प्रतिक्रिया दी. मुरादाबाद में कशिश वारसी ने कहा कि राजस्थान सरकार धर्मांतरण कानून ला रही है, यह अच्छा कानून है. व्यक्ति को धर्म परिवर्तन करने के लिए जिला अधिकारी को दो महीने पहले एप्लिकेशन देनी पड़ेगी. मैं इस कानून को एक अच्छा कानून मानता हूं.
उन्होंने कहा कि जो बच्चियां फर्जी मोहब्बत के चक्कर में पढ़कर अपना मजहब बदल लेती हैं, चाहे वह मुसलमान लड़कियां हो या हिन्दू लड़कियां हों वह आखिरकार मोहब्बत की फर्जी जाल में तो फंसती हैं. बाद में वह परेशानी का शिकार होती हैं. ना तो वह अपने परिवार की रहती हैं और ना ही उस परिवार की. देश के अंदर इस तरह के उत्पीड़न के मामले आएं हैं जिनमें उन्हें मौत का सामना करना पड़ा है.
उन्होंने कहा कि मैं इस कानून का स्वागत करता हूं. साथ ही मैं केंद्र सरकार से अपील करता हूं कि 'लिव इन रिलेशनशिप' पर भी कानून आना चाहिए, इसके ऊपर भी रोक लगनी चाहिए या इसका भी रजिस्ट्रेशन होना चाहिए. इससे हमारी भारतीय संस्कृति खराब हो रही है, चाहे वह किसी भी मजहब की हो. मैं देश की सरकार से अपील करता हूं कि महिलाओं को सुरक्षित करने के लिए कोई भी कानून हो उसे आना चाहिए. चाहे महिला किसी भी मजहब की हो, उस महिला का उत्पीड़न नहीं होना चाहिए. मैं राजस्थान सरकार के धर्मांतरण कानून का स्वागत करता हूं.
बता दें कि राजस्थान सरकार जल्द ही धर्मांतरण रोकने के लिए नया कानून बनाने वाली है. इसके लिए आगामी विधानसभा सत्र में विधेयक पेश किया जाएगा. धर्मांतरण को रोकने के लिए इस विधेयक में कई कठोर प्रावधान जोड़े जाएंगे. राजस्थान की भजनलाल सरकार ने यह फैसला शनिवार 30 नवंबर को हुई कैबिनेट की बैठक में लिया था.