कर्नाटक: मंत्री जमीर खान ने तीन गायें दान दीं, बेंगलुरु में पशुओं के थन काटे गए थे

Story by  आवाज़ द वॉयस | Published by  [email protected] | Date 15-01-2025
Karnataka: Minister Zameer Khan donates three cows, animals' udders were chopped off in Bengaluru
Karnataka: Minister Zameer Khan donates three cows, animals' udders were chopped off in Bengaluru

 

बेंगलुरु. कर्नाटक के मंत्री जमीर अहमद खान ने बुधवार को बेंगलुरु के चामराजपेट इलाके में एक परिवार को तीन गायें भेंट कीं, जिनकी गायों के थनों को बदमाशों ने काट दिया था. खान ने परिवार को तीन लाख रुपये भी दिए. मुख्यमंत्री के राजनीतिक सचिव नसीर अहमद, केएमडीसी के अध्यक्ष अल्ताफ खान, नेता अतुश, गौसी, विनायक और प्रसाद मौके पर मौजूद थे.

विशेष रूप से, बेंगलुरु पुलिस ने शहर के विनायक नगर इलाके में अज्ञात बदमाशों द्वारा कथित तौर पर तीन गायों के थन काटने के बाद मामला दर्ज किया, अधिकारियों ने रविवार को बताया. पुलिस के अनुसार, घटना के संबंध में कॉटनपेट पुलिस स्टेशन में भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस), 2023 की धारा 325 के तहत एक प्राथमिकी दर्ज की गई थी.

गाय के मालिक कर्ण ने कहा, ‘‘मैं बहुत दुखी हूं. रात में गायें हमारे घर के पास बंधी हुई थीं और सुबह हमें इस क्रूर कृत्य के बारे में पता चला. हमें नहीं पता कि यह किसने किया, लेकिन हमने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है. मुझे न्याय चाहिए.’’

घायल पशुओं को इलाज के लिए चामराजपेट पशु चिकित्सालय ले जाया गया. इस बीच, केंद्रीय मंत्री एचडी कुमारस्वामी ने इस कृत्य की निंदा करते हुए इसे ‘बेहद जघन्य और घृणित’ बताया. कुमारस्वामी ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘मैं इस घटना की कड़ी निंदा करता हूं. अपराधियों की तुरंत पहचान की जानी चाहिए और उनसे सख्ती से निपटा जाना चाहिए. राज्य सरकार को न्याय सुनिश्चित करने के लिए बिना देरी किए कार्रवाई करनी चाहिए.’’

कुमारस्वामी ने कहा, ‘‘मैं बहुत सदमे में हूं. यह एक राक्षसी कृत्य से कम नहीं है. यह घटना दर्शाती है कि आज कांग्रेस शासन किस स्तर तक गिर गया है. अब तक, हमने इंसानों को नुकसान पहुंचाते देखा है, लेकिन अब गायों - हमारी पूजनीय कामधेनु, हमारी महालक्ष्मी का प्रतीक - को भी नहीं बख्शा जा रहा है. आप इस तरह के घृणित कृत्य को करने में सक्षम नीच मानसिकता को क्या कहेंगे?’’

गृह मंत्री जी. परमेश्वर पर निशाना साधते हुए उन्होंने तत्काल और निर्णायक कार्रवाई करने का आग्रह किया. उन्होंने गुस्से में कहा, ‘‘मंत्री जी, आपकी खोखली बातें यहां काम नहीं आएंगी. डिनर मीटिंग आयोजित करना बंद करें और शासन को दुरुस्त करने पर ध्यान दें. बिना किसी हिचकिचाहट के त्वरित कार्रवाई करें. इस सरकार के कार्यकाल में इस तरह की राक्षसी हरकतें बढ़ रही हैं. राज्य अब इसे बर्दाश्त नहीं कर सकता.’’