बंगलौर. कर्नाटक चुनाव में मुसलमानों की भागीदारी को काफी अहम माना जा रहा है. 2023 के विधानसभा चुनाव में मुसलमानों के नाम पर जमकर राजनीति हुई. समुदाय के सामने प्रमुख मुद्दे हिजाब विवाद और चार प्रतिशत अल्पसंख्यक आरक्षण को समाप्त करना था. खास बात यह है कि इस बार इस समुदाय के 9 विधायक चुने गए हैं, जबकि पिछले चुनाव में 7 विधायक चुने गए थे. कर्नाटक विधानसभा में कुल विधायकों की संख्या 224 है.
इस हिसाब से मुस्लिम विधायकों की संख्या 4 फीसदी है. हालांकि मुस्लिम आबादी का अनुपात 13 फीसदी बताया जाता है. जीतने वाले ये सभी विधायक कांग्रेस पार्टी के हैं. बीजेपी ने किसी मुस्लिम उम्मीदवार को टिकट नहीं दिया. हालांकि जेडीएस ने 23 मुस्लिम उम्मीदवारों को मैदान में उतारा था, लेकिन एक भी जीत नहीं पाया.
कहां से जीते कांग्रेस के मुस्लिम उम्मीदवार?
- उत्तरी बेलगाम से आसिफ (राजू) सेठ ने भाजपा के रवि बी पाटिल को 4231 मतों से हराया.
- उत्तरी गुलबर्गा में कनीज फातिमा ने भाजपा के चंद्रकांत बी पाटिल को 2712 मतों से हराया.
- बीदर से रहीम खान ने जेडीएस के सूर्यकांत नागमारपल्ली को 10780 मतों से हराया.
- शिवाजी नगर में रिजवान अरशद ने बीजेपी के एन चंद्रा को 23194 वोटों से हराया.
- शांति नगर सीट पर एनए हारिस ने बीजेपी के शिवकुमार को 7125 वोटों से हराया.
- चामराजपेट सीट पर बीजेड के जमीर अहमद खान ने बीजेपी के भास्कर राव को 53953 वोटों से हराया.
- रामनगरम में एचए इकबाल हुसैन ने जेडीएस के निखिल कुमारस्वामी को 10715 मतों से हराया.
- मंगलुरु में यूटी खिज्र फरीद ने बीजेपी के सतीश कंपाला को 22790 वोटों से हराया.
- नरसिम्हाराजा सीट पर तनवीर सेठ ने बीजेपी के सतीश संदेश स्वामी को 31120 वोटों से हराया.
कर्नाटक के कुल वोटरों (5,31,33,504) में से मुस्लिम वोटर्स की बात करें, तो यह संख्या 13 फीसदी है. माना जा रहा है कि राज्य की 40 सीटों पर जीत हार का अंतर मुस्लिम वोटर तय करते हैं. साथ ही 19 सीटें ऐसी हैं, जहां मुस्लिम आबादी 30 प्रतिशत के आसपास है, जीत के लिहाज से यह संख्या काफी अहम मानी जा रही है.