दिल्ली में कामेश्वर चौपाल का निधन: राम मंदिर के लिए पहली ईंट रखने वाले 'कार सेवक' की बीमारी से मौत

Story by  आवाज़ द वॉयस | Published by  onikamaheshwari | Date 07-02-2025
Kameshwar Chaupal dies in Delhi: 'Kar Sevak' who laid first brick for Ram Temple succumbs to illness
Kameshwar Chaupal dies in Delhi: 'Kar Sevak' who laid first brick for Ram Temple succumbs to illness

 

आवाज द वॉयस/ नई दिल्ली 
 
आरएसएस के वरिष्ठ नेता और राम जन्मभूमि आंदोलन के नेता कामेश्वर चौपाल का लंबी बीमारी के बाद दिल्ली में निधन हो गया. उनका सर गंगा राम अस्पताल में इलाज चल रहा था, जहां अगस्त 2024 में उनका किडनी ट्रांसप्लांट हुआ था.
 
बिहार के सुपौल जिले के रहने वाले कामेश्वर चौपाल श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के ट्रस्टी और बिहार विधान परिषद के पूर्व सदस्य थे. अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण के लिए पहली ईंट रखने के लिए उन्हें राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) द्वारा पहले ‘कार सेवक’ के रूप में सम्मानित किया गया था.
 
चौपाल ने राम जन्मभूमि आंदोलन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और जीवन भर सामाजिक और राजनीतिक पहलों में सक्रिय रूप से शामिल रहे. उनका निधन मंदिर आंदोलन के इतिहास में एक युग का अंत है.
 

राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के ट्रस्टी कामेश्वर चौपाल के निधन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दुख जताया. पीएम मोदी ने कहा कि वो एक अनन्य रामभक्त थे.

पीएम मोदी ने अपने एक्स अकाउंट पर लिखा, "भाजपा के वरिष्ठ नेता और राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के ट्रस्टी कामेश्वर चौपाल के निधन से अत्यंत दुख हुआ है. वे एक अनन्य रामभक्त थे, जिन्होंने अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण में बहुमूल्य योगदान दिया. दलित पृष्ठभूमि से आने वाले कामेश्वर समाज के वंचित समुदायों के कल्याण के कार्यों के लिए भी हमेशा याद किए जाएंगे. शोक की इस घड़ी में मेरी संवेदनाएं उनके परिजनों और समर्थकों के साथ हैं. ओम शांति!"

वहीं, उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ ने एक्स अकाउंट पर लिखा, "विश्व हिंदू परिषद के केंद्रीय उपाध्यक्ष, श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र न्यास के सदस्य एवं 9नवंबर 1989को आयोजित ऐतिहासिक शिलान्यास समारोह में पूज्य संत गण की उपस्थिति में श्री राम जन्मभूमि मंदिर निर्माण की प्रथम शिला रखने वाले परम राम भक्त कामेश्वर चौपाल का निधन अत्यंत दुःखद है. उनका पूरा जीवन धार्मिक और सामाजिक कार्यों में समर्पित रहा. उन्हें विनम्र श्रद्धांजलि! प्रभु श्री राम से प्रार्थना है कि दिवंगत पुण्यात्मा को अपने श्री चरणों में स्थान तथा शोकाकुल परिजनों को यह अथाह दुःख सहन करने की शक्ति प्रदान करें."

बता दें कि राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के ट्रस्टी कामेश्वर चौपाल का शुक्रवार को निधन हो गया. वे लंबे समय से बीमार थे और सर गंगाराम अस्पताल में उपचाराधीन थे. कामेश्वर चौपाल ने राम मंदिर निर्माण में पहली ईंट रखी थी. संघ ने उन्हें प्रथम कार सेवक का दर्जा भी दिया था.

भव्य राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा 22जनवरी 2024को की गई थी, लेकिन राम मंदिर आंदोलन में 9नवंबर 1989को पहली आधारशीला रखने वाले कामेश्वर चौपाल ही थे. उस समय वे विश्व हिंदू परिषद के स्वयंसेवक भी थे. राम मंदिर आंदोलन में कामेश्वर चौपाल की महत्वपूर्ण भूमिका थी. उनकी अहम भूमिका देखते हुए ही उन्हें आधारशीला रखने के लिए चुना गया था.

कामेश्वर चौपाल 1982में विश्व हिंदू परिषद के सदस्य बने थे. 1989में उन्हें पहली बार राज्य प्रभारी की जिम्मेदारी सौंपी गई.