राकेश चौरासिया / नई दिल्ली
भारत के संदर्भ में विरोधियों के आख्यान जो भी हों, लेकिन अपने वतन की गंगा-जमुनी तहजीब इन नकार आख्यानों को जब-तब करारा जवाब देती रहती है. देश में सभी जन धर्म-जाति के बंधनों से ऊपर उठकर सभी त्योहार आपस में मिलकर मनाते हैं और सामाजिक सौहार्द को बनाए रखते हैं. ऐसी ही एक मिसाल जींद में देखने को मिली, जब मस्जिद परिसर में मुसलमान भाईयों ने हिंदू भाईयों के साथ फूलों की होली खेली.
यह आयोजन जींद की लाल किले वाली मस्जिद के अंदर किया गया था. मस्जिद की इंतजामिया कमेटी, सदभावना संगम मंच और किसान संगठन ने होली मिलन समारोह का आयोजन किया था. इस क्षेत्र में सभी लोग आपस में मिल-जुलकर रहते हैं और एक-दूसरे से अपना हर्ष और शोक साझा करते हैं. ईद हो या दीवाली, सभी मिलकर मनाते हैं. इस होली पर भी सांप्रदायिक सद्भाव को नजारा देखने को मिला.
मुस्लिम भाईयों ने प्रेमपूर्वक मस्जिद में हिंदू भाईयों को आमंत्रित किया, जहां पहले ही फूलों की पंखुड़ियों की व्यवस्था की गई थी. सभी ने मिलकर एक-दूसरे पर फूलों की बारिश करके ईद-ए-गुलाबी का आनंद लिया. समाज के लोगों ने कहा कि वे सभी मिलकर धार्मिक भेदभाव दूर करेंगे. भविष्य में एक दूसरे के साथ कंधे से कंधा मिलाकर सद्भाव बनाए रखने पर काम करेंगे. उन्होंने कहा कि राजनीति उन्हें तोड़ने का काम करेगी, लेकिन वे जोड़ने का काम करेंगे. उन्होंने संकल्प लिया कि वे हिंदू-मुस्लिम एकता को मजबूत करने के लिए हर साल इस तरह के कार्यक्रम मनाएंगे.
जींद ब्रेकिंग
— Amandeep Pillania (@APillania) March 7, 2023
हिंदू मुस्लिम एकता की मिशाल, सभी ने मिलकर मनाई मस्जिद में होली
फूलों की होली मनाकर दिया भाईचारे का पैगाम
हिंदू मुस्लिम एकता के लिए आगे आए समाज के विभिन्न वर्गो के लोग
सामाजिक संगठन, किसान संगठन और मुस्लिम समाज के लोगो ने मिलकर मनाया होली का त्यौहार
जींद की… https://t.co/2vnVwiAct8 pic.twitter.com/30sl6ZjOj7
सांप्रदायिक सौहार्द की मिसाल पेश कर रहा दरवाजा छिंगा-मोदी
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