जयपुर हाईवे हादसे पर जमात-ए-इस्लामी हिंद ने जताई गहरी संवेदना

Story by  मलिक असगर हाशमी | Published by  [email protected] | Date 21-12-2024
Jamaat-e-Islami Hind expressed deep condolences on the Jaipur highway accident
Jamaat-e-Islami Hind expressed deep condolences on the Jaipur highway accident

 

आवाज द वाॅयस /  जयपुर

जमात-ए-इस्लामी हिंद ने जयपुर हाईवे पर मंगलवार रात हुए एक भीषण आग्निकांड में 14 लोगों की मौत पर गहरे अफसोस का इजहार किया है. इस भयानक हादसे में 14 लोगों की जान जाने के अलावा  30 अन्य लोग घायल हो गए थे. यह घटना तब हुई जब एक ट्रक और एलपीजी टैंकर की टक्कर से भयानक विस्फोट हुआए जिसके परिणामस्वरूप पास में चल रही स्लीपर बस भी आग की चपेट में आ गई.

हादसे के कारणों की जांच जारी है, लेकिन इस विनाशकारी घटना ने सड़क सुरक्षा उपायों में खामियों को उजागर कर दिया है.इस हादसे में मारे गए लोगों में से कई इतनी बुरी तरह जल गए कि उनकी पहचान करना भी मुश्किल हो गया. यह स्थिति मृतकों के परिवारों के लिए गहरी पीड़ा का कारण बन गई है. घायलों में स्लीपर बस के 20 यात्री शामिल हैं, जिनमें से कई की हालत गंभीर बनी हुई है.

प्रार्थनाएँ और संवेदनाएँ 

जमात-ए-इस्लामी हिंद के उपाध्यक्ष प्रोफ़ेसर सलीम इंजीनियर ने इस घटना पर गहरा शोक व्यक्त किया. उन्होंने कहा, “यह हादसा हमारे राजमार्गों पर हर दिन होने वाले जोखिमों की कठोर याद दिलाता है. हमारी प्रार्थनाएँ घायलों और शोक संतप्त परिवारों के साथ हैं. हम उनके शीघ्र स्वस्थ होने और कठिन समय में परिवारों को शक्ति मिलने की कामना करते हैं.”

सड़क सुरक्षा में सुधार की आवश्यकता

यह हादसा राजमार्गों पर सुरक्षा प्रोटोकॉल में खामियों को उजागर करता है. खतरनाक सामग्री ले जाने वाले वाहनों की सख्त जाँच, आपातकालीन प्रतिक्रिया प्रणालियों में सुधार, और राजमार्ग सुरक्षा उपायों को बढ़ाने की तत्काल आवश्यकता है.
 

अधिकारियों से कार्रवाई की उम्मीद

प्रोफ़ेसर सलीम इंजीनियर ने कहा कि सरकार और अधिकारियों को इस घटना की उच्च-स्तरीय जांच करनी चाहिए और जिम्मेदार चूकों की पहचान कर उन्हें सुधारना चाहिए. उन्होंने जोर देकर कहा कि ऐसी त्रासदियों की पुनरावृत्ति रोकने के लिए जवाबदेही सुनिश्चित करना बहुत महत्वपूर्ण है.

इस हादसे ने समाज और सरकार दोनों को सतर्क किया है. सुरक्षित सड़कों के लिए सभी पक्षों को मिलकर काम करने की आवश्यकता है. प्रोफ़ेसर सलीम ने कहा, “हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि भविष्य में किसी भी परिवार को ऐसा दुखद नुकसान न सहना पड़े.”

यह घटना न केवल एक दर्दनाक त्रासदी है बल्कि सड़क सुरक्षा उपायों को मजबूत करने के लिए एक चेतावनी भी है. इस दिशा में ठोस कदम उठाकर ही ऐसी घटनाओं को रोका जा सकता है.