जैक सुलिवन ने भारत-अमेरिका संबंधों पर एनएसए डोभाल के दृष्टिकोण की प्रशंसा की

Story by  आवाज़ द वॉयस | Published by  [email protected] | Date 07-01-2025
जैक सुलिवन ने भारत-अमेरिका संबंधों पर एनएसए डोभाल के दृष्टिकोण की प्रशंसा की
जैक सुलिवन ने भारत-अमेरिका संबंधों पर एनएसए डोभाल के दृष्टिकोण की प्रशंसा की

 

नई दिल्ली. अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेक सुलिवन ने आज भारत-अमेरिका संबंधों के बारे में उनके दृष्टिकोण के लिए राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल की प्रशंसा की.

सुलिवन वर्तमान में एनएसए डोभाल के साथ महत्वपूर्ण और उभरती हुई प्रौद्योगिकी (आईसीईटी) पर पहल की तीसरी समीक्षा बैठक की सह-अध्यक्षता करने के लिए दो दिवसीय यात्रा पर हैं, जो उन्नत सैन्य हार्डवेयर विकसित करने के लिए भारत-अमेरिका साझेदारी के शिखर को चिह्नित करता है.

दिल्ली में भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान में “संयुक्त राज्य अमेरिका और भारतरू एक साझा भविष्य का निर्माण” पर व्याख्यान देते हुए, सुलिवन ने कहा, ‘‘... उनका दृष्टिकोण है कि भविष्य की तकनीक, विशेष रूप से उन्नत तकनीकें, अमेरिका-भारत संबंधों को इस तरह से आगे ले जाएंगी कि वे हमारे दोनों देशों को आगे ले जा सकें, हमारे संबंधित हितों को आगे बढ़ा सकेंय हमारे संबंधित मूल्यों की रक्षा कर सकेंय और सभी के लिए एक बेहतर दुनिया का निर्माण कर सकें.’’

उन्होंने कहा कि इस साझेदारी, पहलों और कई अन्य चीजों के माध्यम से ‘‘जिनसे अजीत (डोभाल) और मुझे पिछले चार वर्षों के दौरान निपटना पड़ा, उन्होंने और मैंने एक गहरा व्यक्तिगत संबंधय एक गहरा पेशेवर संबंध विकसित किया है. मेरा मानना है कि यह वह संबंध है जिसने यह सुनिश्चित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है कि भारत-अमेरिका साझेदारी उच्च स्तर पर पहुँचे.’’

उनकी यात्रा भारतीय पक्ष और निवर्तमान जो बिडेन प्रशासन के बीच अंतिम औपचारिक बातचीत को चिह्नित करती है. आईआईटी में, सुलिवन ने कहा कि महत्वपूर्ण और उभरती हुई प्रौद्योगिकी पर पहल (आईसीईटी) एक जन पहल है. उन्होंने कहा, ‘‘हालांकि, मैं कई मायनों में एक व्यक्ति का ऋणी हूं - मेरे भारतीय समकक्ष अजीत डोभाल की दृष्टि.’’

आईसीईटी को जनवरी 2023 में लॉन्च किया गया था और समीक्षा के दो दौर पहले ही हो चुके हैं. सुलिवन जून 2024 में आईसीईटी पर दूसरी बैठक के लिए भारत आए थे, जब दोनों पक्षों ने अपनी रणनीतिक प्रौद्योगिकी साझेदारी में अगले कदमों पर सहमति व्यक्त की और रणनीतिक व्यापार में लंबे समय से चली आ रही बाधाओं को दूर करने का संकल्प लिया.

यह यात्रा 27 दिसंबर को अमेरिका में सुलिवन से जयशंकर की मुलाकात के एक हफ्ते से थोड़ा अधिक समय बाद हुई है. जयशंकर ने राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार के पद के लिए ट्रम्प द्वारा नामित माइकल वाल्ट्ज से भी मुलाकात की.