जम्मू-कश्मीर पुलिस ने गैर-स्थानीय श्रमिकों को घाटी छोड़ने के लिए कहे जाने की अफवाहों का खंडन किया

Story by  आवाज़ द वॉयस | Published by  onikamaheshwari | Date 22-10-2024
J&K Police refutes rumours of non-local workers being asked to leave Valley
J&K Police refutes rumours of non-local workers being asked to leave Valley

 

श्रीनगर
 
जम्मू-कश्मीर (जेएंडके) पुलिस ने मंगलवार को उन अफवाहों को खारिज कर दिया कि प्रशासन द्वारा गैर-स्थानीय श्रमिकों को घाटी छोड़ने के लिए कहा जा रहा है. गगनगीर आतंकवादी हमले में सात लोग मारे गए थे.
 
कश्मीर जोन पुलिस ने आईजीपी (कश्मीर) के हवाले से मंगलवार को अपने आधिकारिक एक्स हैंडल पर कहा कि सोशल मीडिया पर फैलाई जा रही अफवाहें झूठी हैं कि प्रशासन द्वारा गैर-स्थानीय श्रमिकों को घाटी छोड़ने के लिए कहा जा रहा है.
 
पुलिस ने कहा, "जम्मू-कश्मीर पुलिस सभी व्यक्तियों को बिना किसी डर या भय के अपनी आजीविका चलाने के लिए सुरक्षा और सुरक्षित माहौल सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है."
 
पुलिस ने लोगों को सोशल मीडिया पर ऐसी झूठी सूचनाओं पर ध्यान न देने की सलाह भी दी.
 
पुलिस द्वारा यह विरोधाभास पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ़्ती के एक्स-हैंडल पर पोस्ट के बाद सामने आया, जिसमें उन्होंने लिखा था, "सोनमर्ग में हुए बर्बर हमले के बाद ऐसी खबरें हैं कि स्थानीय प्रशासन गैर-स्थानीय मज़दूरों पर तुरंत घाटी छोड़ने का दबाव बना रहा है.
 
"हालांकि मैं उनकी घबराहट को समझता हूँ, लेकिन उन्हें इस तरह से घाटी छोड़ने के लिए कहना कोई समाधान नहीं है. इससे और भी मुश्किलें पैदा होंगी और देश को बहुत बुरा संदेश जाएगा.
 
"जम्मू-कश्मीर में हाल ही में शांतिपूर्ण आतंक मुक्त चुनाव हुए हैं और इस तरह की प्रतिक्रिया से इसके विपरीत ही साबित होगा. इससे दूसरे राज्यों में काम करने और पढ़ाई करने वाले कश्मीरियों के खिलाफ़ भी आक्रोश फैल सकता है. मुख्यमंत्री @OmarAbdullah और LG @manojsinha_ जी से अनुरोध है कि वे हस्तक्षेप करें और कम से कम उन्हें पर्याप्त समय दें."
 
गंदरबल जिले के गगनगीर इलाके में APCO कंस्ट्रक्शन कंपनी के मज़दूरों के कैंप पर दो नकाबपोश विदेशी आतंकवादियों द्वारा की गई गोलीबारी में सात लोग मारे गए और चार घायल हो गए.
 
मरने वालों में एक स्थानीय डॉक्टर और छह गैर-स्थानीय मज़दूर शामिल हैं.
 
श्रमिक श्रीनगर-लेह राजमार्ग पर जेड-मोड़ पर गगनगीर-सोनमर्ग सुरंग के निर्माण में लगे हुए थे.
 
सुरंग का निर्माण श्रीनगर-सोनमर्ग को सभी मौसमों में खुली रहने वाली सड़क बनाने के लिए किया जा रहा है, ताकि सोनमर्ग साल भर पर्यटकों के लिए पसंदीदा स्थान बन सके. इससे स्थानीय अर्थव्यवस्था को मदद मिलेगी और स्थानीय लोगों के लिए रोजगार भी पैदा होगा.
 
इस बीच, उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने पीड़ितों के परिवारों को अनुग्रह राशि देने की घोषणा की है.
 
एपीसीओ कंपनी ने पीड़ितों के परिजनों को तत्काल राहत के तौर पर 25 लाख रुपये मंजूर किए हैं.
 
इस बीच, मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने मंगलवार को बडगाम जिले के स्थानीय डॉक्टर शाहनवाज के परिवार से मुलाकात की, जिनकी गगनगीर में आतंकवादियों ने छह अन्य लोगों के साथ हत्या कर दी थी.
 
सीएम उमर अब्दुल्ला ने घोषणा की है कि जम्मू-कश्मीर सरकार मारे गए डॉक्टर के बेटे की शिक्षा का सारा खर्च उठाएगी.