नई दिल्ली. ईरान द्वारा इजराइल पर सैकड़ों मिसाइल दागे जाने के बाद ऑल इंडिया इमाम एसोसिएशन के अध्यक्ष मौलाना साजिद रशीदी ने बुधवार को इसे आत्मरक्षा का युद्ध बताया. मीडिया से बातचीत में रशीदी ने कहा, ‘‘इजराइल पूरी दुनिया के नक्शे पर जो कुछ भी कर रहा है, वह सभी जानते हैं. 1948 में फिलिस्तीन ने अपने घर में इजराइल को जगह दी. उन्होंने हमेशा इसका दुरुपयोग किया. इजराइल बच्चों पर जो अत्याचार कर रहा है और गाजा को नष्ट कर रहा है, उसके लिए इजराइल को निश्चित रूप से सजा भुगतनी पड़ेगी.’’
उन्होंने कहा, ‘‘इजराइल ने फिलिस्तीनी राजनेता इस्माइल हनीया को ईरान में घुसकर मार डाला, जहां वह मेहमान थे. अब इजराइल ने हिजबुल्लाह के प्रमुख हसन नसरल्लाह को मार डाला. ईरान इस पर प्रतिक्रिया करेगा. मैं यह भी बर्दाश्त नहीं करूंगा कि कोई मेरे घर आए और मेरे मेहमान को मार डाले. यह उसी का नतीजा है. इसलिए ईरान रक्षा युद्ध लड़ रहा है और उसे लड़ना चाहिए. अरब जगत की चुप्पी से सभी मुसलमान परेशान हैं. मुझे लगता है कि इजरायल का अस्तित्व ही मिटा देना चाहिए.’’
रशीदी ने जोर देकर कहा कि हिटलर ने उस समय कहा था कि मैं कुछ यहूदियों को छोड़ रहा हूं, ताकि पूरी दुनिया देख सके कि यह किस तरह का समुदाय है.
उन्होंने विवादास्पद धार्मिक व्यक्ति जाकिर नाइक की टिप्पणी का भी समर्थन किया, जिसमें उन्होंने जोर देकर कहा था कि इस्लाम में गोमांस खाना अनिवार्य नहीं है और अगर कोई प्रतिबंध लगाता है, तो उसका पालन किया जाना चाहिए. उन्होंने कहा, ‘‘बिल्कुल हर कोई इसका सम्मान कर रहा है, भारत के सभी लोग इसका सम्मान कर रहे हैं, जहां भी गाय पर प्रतिबंध है, मुसलमान इसे नहीं खाते हैं. वास्तव में, हमारे पवित्र ग्रंथ में यह भी कहा गया है कि गाय का मांस एक बीमारी है और दूध एक इलाज है.’’
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