भारत ने बेहतर गुणवत्ता वाली औपचारिक क्षेत्र की नौकरियों में दर्ज की वृद्धि

Story by  आवाज़ द वॉयस | Published by  onikamaheshwari | Date 26-11-2024
India records growth in better quality formal sector jobs
India records growth in better quality formal sector jobs

 

नई दिल्ली
 
औपचारिक क्षेत्र में भारत का रोजगार चालू वित्त वर्ष की पहली छमाही के दौरान तेजी से बढ़ा है. औपचारिक क्षेत्र, जो कि बेहतर क्वालिटी जॉब्स प्रदान करता है, में पिछले वर्ष की समान अवधि की तुलना में तीन सोशल सिक्योरिटी स्कीम में नई एंट्री हुई है.
 
कर्मचारी भविष्य निधि योजना में बड़े संगठनों और बेहतर वेतन वाले कर्मचारियों को लेकर नए रजिस्ट्रेशन पिछले वर्ष की इसी अवधि की तुलना में वित्त वर्ष 2025 की पहली छमाही (अप्रैल-सितंबर) में 2.3 प्रतिशत बढ़कर 6.1 मिलियन हो गए.
 
कर्मचारी राज्य बीमा निगम में छोटे संगठनों को लेकर नए रजिस्ट्रेशन चालू वित्त वर्ष की पहली छमाही के दौरान 5.2 प्रतिशत बढ़कर 9.3 मिलियन हो गए.
 
इसी तरह, राष्ट्रीय पेंशन प्रणाली में सब्सक्रिप्शन भी 6.8 प्रतिशत अधिक रही, जो बेहतर नौकरी पाने वाले कर्मचारियों की बढ़ती संख्या को दर्शाती है.
 
नौकरियों की गुणवत्ता में यह सुधार वित्त मंत्रालय की अर्थव्यवस्था की नवीनतम मासिक समीक्षा में भी देखा गया है.
 
वित्त मंत्रालय की रिपोर्ट में कहा गया है, "संगठित क्षेत्रों में युवाओं की बढ़ती संख्या और मैन्युफैक्चरिंग जॉब्स बढ़ने के साथ रोजगार को लेकर औपचारिक वर्कफोर्स का विस्तार हो रहा है."
 
रिपोर्ट के अनुसार, "कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ) ने सितंबर 2024 में 9.5 लाख नए सदस्य जोड़े."
 
सितंबर 2024 में जोड़े गए नए सदस्यों में से 59.9 प्रतिशत 18-25 आयु वर्ग के थे, जो संगठित वर्कफोर्स में शामिल होने वाले अधिकांश व्यक्तियों के युवा होने के संकेत हैं.
 
परचेसिंग मैनेजर का एम्प्लॉयमेंट सब-इंडेक्स मजबूत रहा, जो अक्टूबर में लगातार आठवें महीने विस्तार में रहा.
 
रिपोर्ट में बताया गया है कि सितंबर में मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर में रोजगार में नरमी आई, लेकिन अक्टूबर में सब-इंडेक्स के बेहतर होने के साथ इसने गति पकड़ ली.
 
सर्विस सेक्टर से जुड़े रोजगार में तेजी से विस्तार हुआ और एम्प्लॉयमेंट सब-इंडेक्स पिछले 26 महीनों में उच्चतम स्तर पर रहा.
 
रिपोर्ट में कहा गया है कि नौकरी जॉबस्पीक इंडेक्स की व्हाइट-कॉलर जॉब्स को लेकर हायरिंग एक्टिविटी में विस्तार के संकेत हैं. इस साल अक्टूबर में यह इंडेक्स सालाना आधार पर 10 प्रतिशत की बढ़ोतरी के साथ 2,733 पॉइंट्स पर पहुंच गया था.