नई दिल्ली
भारत ने शनिवार को बांग्लादेश में एक हिंदू अल्पसंख्यक नेता के कथित अपहरण और हत्या की निंदा की और ढाका में अंतरिम सरकार से अल्पसंख्यकों की सुरक्षा की अपनी जिम्मेदारी निभाने का आह्वान किया.
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने सोशल मीडिया पोस्ट में कहा कि भाबेश चंद्र रॉय की "क्रूर हत्या" बांग्लादेश में हिंदू अल्पसंख्यकों के "व्यवस्थित उत्पीड़न के पैटर्न" का अनुसरण करती है.
उन्होंने कहा, "हमने बांग्लादेश में हिंदू अल्पसंख्यक नेता श्री भाबेश चंद्र रॉय के अपहरण और क्रूर हत्या को व्यथित रूप से देखा है."
जायसवाल ने कहा, "यह हत्या अंतरिम सरकार के तहत हिंदू अल्पसंख्यकों के व्यवस्थित उत्पीड़न के पैटर्न का अनुसरण करती है, जबकि पिछली ऐसी घटनाओं के अपराधी बेखौफ घूम रहे हैं."
उन्होंने कहा, "हम इस घटना की निंदा करते हैं और एक बार फिर अंतरिम सरकार को याद दिलाते हैं कि वह बिना किसी बहाने या भेदभाव के हिंदुओं सहित सभी अल्पसंख्यकों की सुरक्षा की अपनी जिम्मेदारी निभाए." पिछले साल अगस्त में बड़े पैमाने पर सरकार विरोधी प्रदर्शनों के कारण अपदस्थ प्रधानमंत्री शेख हसीना के ढाका से भाग जाने के बाद भारत-बांग्लादेश संबंधों में भारी गिरावट आई है.
मोहम्मद यूनुस के नेतृत्व वाली अंतरिम सरकार द्वारा उस देश में अल्पसंख्यकों, विशेषकर हिंदुओं पर हमलों को रोकने में विफल रहने के बाद संबंधों में नाटकीय रूप से गिरावट आई.