नई दिल्ली. सऊदी अरब के मदीना में पैगंबर की मस्जिद के इमाम और उपदेशक शेख डॉ अब्दुल्ला बिन अब्दुलरहमान अल बुआइजान ने दक्षिण भारतीय राज्य केरल में एक शांति सम्मेलन के दौरान सुरक्षा और शांति के धर्म के रूप में इस्लाम की भूमिका पर प्रकाश डाला.
सऊदी प्रेस एजेंसी (एसपीए) की रिपोर्ट के अनुसार, केरल नदवतुल मुजाहिदीन द्वारा आयोजित ‘इस्लाम मानवता और शांति का धर्म है’ विषय पर आयोजित इस सम्मेलन में 50,000 से अधिक मुसलमानों ने भाग लिया और इसे कई मीडिया प्लेटफार्मों पर प्रसारित किया गया, जिसे 4 मिलियन से अधिक बार देखा गया.
सम्मानित अतिथि के रूप में, अल बुआइजान ने मुसलमानों के बीच विभाजन के खिलाफ चेतावनी देते हुए कहा कि इस तरह के मतभेद राष्ट्रीय एकता के लिए खतरा हैं, अराजकता की ओर ले जाते हैं और युद्धों को भड़का सकते हैं.
केरल के वक्फ और हज मंत्री वी अब्दुरहीमान ने एक सम्मेलन में इस्लाम को बढ़ावा देने, शांति फैलाने और संयम को बढ़ावा देने में सऊदी अरब के महत्वपूर्ण प्रयासों की प्रशंसा की.
अल बुआइजान शुक्रवार, 8 नवंबर को आठ दिवसीय यात्रा के लिए भारत पहुंचे, जो इस्लामिक मामलों, दावा और मार्गदर्शन मंत्रालय द्वारा पर्यवेक्षित एक कार्यक्रम का हिस्सा था, जिसमें दो पवित्र मस्जिदों के इमामों द्वारा कई देशों का दौरा शामिल था.