-मंजीत ठाकुर/ नई दिल्ली
वैश्विक सहकारी आंदोलन के लिए प्रमुख निकाय, अंतरराष्ट्रीय सहकारी गठबंधन (आईसीए) के 130 साल के लंबे इतिहास में पहली बार इफको की पहल पर आईसीए महासभा और वैश्विक सहकारी सम्मेलन की मेजबानी भारत करेगा. इसका शुभारंभ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करेंगे.
भारत सरकार के सहकारिता मंत्रालय के सचिव डॉ. आशीष कुमार भूटानी के मुताबिक, गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह मुख्य अतिथि के रूप में वैश्विक सहकारी सम्मेलन के उद्घाटन सत्र की अध्यक्षता करेंगे. इस कार्यक्रम में अंतरराष्ट्रीय सहकारिता वर्ष – 2025 पर एक स्मारक डाक टिकट भी जारी किया जाएगा.
इफको लिमिटेड के प्रबंध निदेशक डॉ. उदय शंकर अवस्थी ने कहा, “सहकारिता से सभी की समृद्धि का निर्माण’ इस कार्यक्रम का थीम है और इसके साथ ही सक्षम नीति और उद्यमशीलता पारिस्थितिकी तंत्र, सभी के लिए समृद्धि बनाने को उद्देश्यपूर्ण नेतृत्व का पोषण, सहकारी पहचान की पुष्टि, भविष्य को आकार देना: 21वीं सदी में सभी के लिए समृद्धि का एहसास करना जैसे विषयों पर चर्चा होगी.”
इस कार्यक्रम में भूटान के प्रधानमंत्री दाशो शेरिंग तोबगे जी और फिजी के उप-प्रधानमंत्री मनोआ कामिकामिका भी शामिल होंगे. उन्होंने यह भी बताया कि यह कार्यक्रम 25 नवंबर से 30 नवंबर 2024 तक भारत मंडपम, आईटीपीओ, प्रगति मैदान, नई दिल्ली में आयोजित किया जाएगा.
भूटानी के मुताबिक, “अलग सहकारिता मंत्रालय के गठन और अमित शाह के पहले केंद्रीय सहकारिता मंत्री के रूप में कार्यभार संभालने के साथ भारतीय सहकारी क्षेत्र ने सहकारी आंदोलन के विकास और वृद्धि के लिए 54 बड़ी पहलों को शुरू करके राष्ट्रीय सकल घरेलू उत्पाद में अधिक योगदान प्राप्त करते हुए नई उपलब्धियां हासिल की हैं.
चाहे वह पैक्स का कंप्यूटरीकरण हो या उन क्षेत्रों में तीन नई बहुराज्यीय सहकारी समितियों का गठन, जहां सहकारी समितियों की राष्ट्रीय स्तर पर उपस्थिति नहीं थी, इन सभी कदमों ने भारत को वैश्विक सहकारी आंदोलन में सबसे आगे रखा है और भारत सबसे तेजी से बढ़ते सहकारी क्षेत्रों में से एक बन गया है.”
इस कार्यक्रम में रोशडेल पायनियर्स अवार्ड 2025 भी प्रदान किया जाएगा, जो सहकारी समितियों के विकास और अंतरराष्ट्रीय सहकारी आंदोलन को मजबूत करने के लिए उनके बहुमूल्य योगदान के लिए व्यक्तियों या संगठनों को दिया जाता है.
इफको लिमिटेड के प्रबंध निदेशक डॉ. उदय शंकर अवस्थी ने कहा, "विचारों के आकर्षक आदान-प्रदान के लिए अपने घर में अंतरराष्ट्रीय प्रतिनिधियों की मेजबानी करना हमारे लिए सम्मान की बात है." गौरतलब है कि अंतरराष्ट्रीय सहकारी गठबंधन (आईसीए) दुनिया भर में सहकारी समितियों की आवाज है. यह एक गैर-लाभकारी अंतरराष्ट्रीय संघ है जिसकी स्थापना वर्ष 1895 में सहकारी सामाजिक उद्यम मॉडल को आगे बढ़ाने के लिए की गई थी.