राकेश चौरासिया / नई दिल्ली
देश में लोग अयोध्या के राम मंदिर की दर्शन यात्रा की तैयारियां कर रहे हैं. सबके मन चाह है कि मंदिर में विराजित राम लाल की छवि अपने नयनों में समा ली जाए. ऐसे में एक हिजाबनशीं मुस्लिम महिला का उत्साह देखते ही बन रहा है. श्री राम के प्रेम में पगी यह मुस्लिम महिला शबनम पैदल यात्रा करके राम मंदिर के दर्शन करने अयोध्या जा रही हैं.
लगभग 500 वर्षों की उपेक्षा और वनवास के बाद प्रभु श्री राम का अयोध्या में भव्य मंदिर बन रहा है, जिसमें श्री राम दरबार की 22 जनवरी को प्राण प्रतिष्ठा होगी. इस ऐतिहासिक एवं आध्यात्मिक घटनाक्रम को लेकर भारतीय उप महाद्वीप समेत पूरे विश्व में चहुंओर हर्ष छाया हुआ है.
उमंग और उल्लास के माहौल में मुंबई की एक हिजाबी खवातीन शबनम की पैदल यात्रा का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. हम लोग वी द पीपुल नाम के एक ट्विटर हैंडल से एक्स पर यह वीडियो पोस्ट करते हुए लिखा है, ‘‘यह शबनम एक भारतीय मुस्लिम है, जो मुंबई से अयोध्या की यात्रा पर है. भारत के धर्मनिरपेक्षतावादियों को इस महिला से बहुत कुछ सीखने की जरूरत है.’’
यह शबनम एक भारतीय मुस्लिम है, जो मुंबई से अयोध्या की यात्रा पर है।
— हम लोग We The People 🇮🇳 (@ajaychauhan41) December 21, 2023
भारत के धर्मनिरपेक्षतावादियों को इस महिला से बहुत कुछ सीखने की जरूरत है। pic.twitter.com/pMwYlGpuQM
वीडिया में शबनम कहती हुई सुनी जा सकती हैं, ‘‘जय श्री राम, मैं मुंबई से पैदल यात्रा करके अयोध्या जा रही हूं. पता नहीं कितना टाइम लगेगा, बस मैं निकल पड़ी हूं राम जी का नाम लेकर. जय श्री राम.’’
शबनम ने इस यात्रा के लिए दो पिट्ठू बैग में दैनंदिन उपयोग की आवश्यक सामग्री रखी हुई है. पीठ पर ही उन्होंने एक भगवा झंडा लगाया और एक पोस्टर चिपकाया हुआ है.
शबनम जहां से भी गुजरती हैं, लोगों की नजरे बरबस उन पर पड़ ही जाती हैं. वे पूरी तरह राम के रंग में रंगी नजर आती हैं. कौतुहलवश उनकी वेशभूषा सभी को आकर्षित कर रही है.
गहरे बैंगनी रंग का हिजाब ओढ़े और ट्रेक शूट पहने शबनम के पोस्टर में लिखा है, ‘‘जय श्री राम, मुंबई से राम मंदिर (अयोध्या).’’ फिर राममंदिर चित्रांकित है, जिसमें धनुर्धारी एवं वनवासी प्रभु श्री राम का चित्र छपा है. उसके नीच लिखा है, ‘‘ग्रीन इंडिया-क्लीन इंडिया, सेव एन्वायरनमेंट.’’
शबनम ने 21 दिसंबर को मुंबई से अयोध्या तक की पैदल यात्रा शुरू की थी. उन्हें इस पैदल यात्रा में कुल 1425 किमी की दूरी तय करनी है. वो रोजाना 25-30 किमी का रास्ता तय करती हैं. उन्हें अंदाजा नहीं है कि वे कब अयोध्या पहुंचेगीं. लेकिन उनका कहना है कि 22 जनवरी को राम लाल का अभिषेक है, तब तक तक वो पहंुच ही जाएंगी.
शबनम कहती हैं कि वे एक भारतीय मुस्लिम हैं, लेकिन राम की पूजा या उन्हें मानने के लिए हिंदू होना जरूरी नहीं है. जरूरत है, तो बस एक अच्छा इंसान होने की. भगवान राम सबके हैं. वे किसी जाति-धर्म में बंधे नहीं हैं. वे भारत ही नहीं पूरी दुनिया के हैं. शबनम कहती हैं कि लड़कियां भी किसी से कम नहीं. वे भी लड़कों की तरह पैदल यात्रा कर सकती हैं. वे ये भ्रम तोड़ना चाहती हैं कि कोई लड़का ही यह काम कर सकता है.