महाकुंभ नगर. वाराणसी के एक मुस्लिम नेता की गौ सेवा के प्रति समर्पण ने सबका ध्यान खींचा है. पूर्व पार्षद हाजी शाहिद अली मुन्ना ने महाकुंभ में पहुंचे श्रद्धालुओं के बीच पर्चे बांटकर एक अनोखी मांग उठाईकृगायों के लिए सरकारी अस्पतालों में मुफ्त इलाज की सुविधा. उनका मानना है कि इससे गौ तस्करी रुकेगी और गोपालकों को राहत मिलेगी.
हाजी शाहिद अली मुन्ना ने बताया कि कोविड-19 लॉकडाउन के दौरान उन्होंने कई गायों को भूखा और बीमार हालत में सड़कों पर भटकते देखा. तभी उन्होंने गौ सेवा करने का संकल्प लिया और अब वे चाहते हैं कि सरकारी अस्पतालों में गायों का इलाज भी इंसानों की तरह मुफ्त हो. इसी मांग को लेकर उन्होंने महाकुंभ में पहुंचे श्रद्धालुओं के बीच जागरूकता अभियान छेड़ा.
हाजी शाहिद अली मुन्ना की प्रमुख मांगें
महाकुंभ में आए श्रद्धालु हाजी शाहिद अली मुन्ना की इस पहल से प्रभावित नजर आए. कई श्रद्धालुओं ने इसे ष्समाज में एक सकारात्मक संदेश देने वाली मुहिमष् बताया.
हाजी शाहिद अली मुन्ना ने अपनी मुहिम को मजबूत बनाने के लिए ष्गाय का इलाज मुफ्त करोष् नाम से बैनर भी बनवाया, जिसमें उनकी गौ सेवा की तस्वीरों के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की गौ सेवा करते हुए तस्वीरें भी शामिल हैं. इसके अलावा, उन्होंने नगर निगम के टाउन हॉल मैदान में धरना प्रदर्शन कर अपनी मांगों को सरकार तक पहुंचाने की कोशिश की.
अब प्रशासन ने इस पर संज्ञान लेते हुए कहा है कि मामले की समीक्षा की जाएगी और इस पर उचित निर्णय लिया जाएगा.
वाराणसी में एक मुस्लिम नेता द्वारा गायों के इलाज को मुफ्त कराने की मांग न केवल एक अनोखी पहल है, बल्कि यह धार्मिक सौहार्द का भी उदाहरण प्रस्तुत करती है. हाजी शाहिद अली मुन्ना की यह कोशिश न केवल गायों के हित में है, बल्कि समाज को भी एक नई दिशा देने का काम कर रही है.