नई दिल्ली. अल्पसंख्यक मामलों के मंत्रालय ने हज सुविधा ऐप 2.0 लॉन्च किया है, जिसके नए संस्करण में हवाई यात्रा विवरण, मीना मानचित्रों के साथ नेविगेशन सिस्टम और हज पर जाने वाले भारतीय तीर्थयात्रियों के लिए चिकित्सा इतिहास और स्वास्थ्य सलाह जैसी प्रमुख सुविधाएं शामिल हैं.
अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री किरेन रिजिजू ने अल्पसंख्यक मामलों के राज्य मंत्री जॉर्ज कुरियन और भारतीय हज समिति के अध्यक्ष अब्दुल्लाकुट्टी सहित अन्य की उपस्थिति में राज्य और केंद्र शासित प्रदेशों की हज समितियों के अध्यक्षों के सम्मेलन का उद्घाटन करने के बाद इस ऐप को लॉन्च किया.
अपने संबोधन में, रिजिजू ने कहा कि हज यात्रा भारत सरकार द्वारा अपनी सीमाओं से परे प्रतिवर्ष किया जाने वाला सबसे बड़ा लॉजिस्टिक ऑपरेशन है. उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि हज लंबे समय से भारत और सऊदी अरब के बीच मजबूत द्विपक्षीय संबंधों की आधारशिला रहा है.
रिजिजू ने तीर्थयात्रा के अनुभव को बेहतर बनाने के उद्देश्य से कई महत्वपूर्ण सुधारों पर प्रकाश डाला, जिसमें विवेकाधीन कोटा को हटाना, हज सुविधा ऐप के माध्यम से प्रौद्योगिकी का एकीकरण और मेहरम के बिना महिला तीर्थयात्रियों के लिए सुविधाओं का प्रावधान शामिल है.
कुरियन ने हज 2025 के लिए लागू किए जा रहे नए उपायों के बारे में बात की, जिन्हें भारतीय तीर्थयात्रियों की सुविधा और आराम बढ़ाने के लिए डिजाइन किया गया है. प्रमुख पहलों में, उन्होंने न केवल अजीजिया में बल्कि हरम के नजदीकी इलाकों में भी लिफ्ट के साथ आधुनिक इमारतों की खरीद का उल्लेख किया.
इसके अतिरिक्त, मक्का, मदीना और मशाएर क्षेत्र के बीच यात्रा के लिए नवीनतम मॉडल की बसें शुरू की जाएंगी.
अल्पसंख्यक मामलों के मंत्रालय के तहत भारतीय हज समिति द्वारा आयोजित इस सम्मेलन में रिजिजू द्वारा हज सुविधा ऐप 2.0 का शुभारंभ भी किया गया.
2024 में हज सुविधा ऐप 1.0 की सफलता को ध्यान में रखते हुए, नए संस्करण में चयन प्रक्रिया, बोर्डिंग पास और हवाई यात्रा विवरण, मीना मानचित्रों के साथ नेविगेशन सिस्टम और भारतीय तीर्थयात्रियों के लिए चिकित्सा इतिहास और स्वास्थ्य सलाह जैसी प्रमुख विशेषताएं शामिल की गई हैं. सम्मेलन में हितधारकों की प्रतिक्रिया, सुझाव और तैयारियों पर चर्चा की गई.