— Suchitra Das (@Suchitra_Dass) December 11, 2023
राहुल ने लिखा अनुच्छेद 370 को हटाने को बरकरार रखा गया. यह भारत की "अखंडता" और बीजेएस के संस्थापक, भाजपा के अग्रदूत, अद्वितीय श्यामा प्रसाद मुखर्जी के बलिदान के लिए एक सर्वोच्च श्रद्धांजलि है, जिन्होंने देश को नारा दिया: एक देश में दो प्रधान, दो विधान और दो निशान नहीं चलेंगे. आज, आख़िरकार, तुष्टिकरण का एक कृत्य, अनुच्छेद 370, जिसने भारत के कश्मीर को राजनीतिक और भावनात्मक रूप से शेष भारत से अलग कर दिया, इतिहास के कूड़ेदान में डाल दिया गया है. हमें यह कभी नहीं भूलना चाहिए कि जब अनुच्छेद 370 बनाया गया था तो सरदार पटेल और डॉ. अंबेडकर दोनों को नेहरू ने किनारे कर दिया था.
— Rahul Shivshankar (@RShivshankar) December 11, 2023
— Satyanarayana Rao Adiraju, VU2SAX (@satyajgd) December 11, 2023
जम्मू कश्मीर भारत का अभिन्न अंग था, है और रहेगा और एक देश में दो अलग-अलग कानून और झंडे नहीं हो सकते. सुप्रीम कोर्ट ने जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद 370 को हटाए जाने को संवैधानिक रूप से वैध ठहराया. अंततः और अब आधिकारिक तौर पर अलविदा धारा 370. सर्वोच्च न्यायालय में भारत के मुख्य न्यायाधीश.
— TEJAS 🚩 (@Tejas0009) December 11, 2023
Article370 हटने के बाद ये है हमारा नया कश्मीर, हमारे कश्मीर के हिंदू और मुसलमान अब समान और राष्ट्रवादी हो रहे हैं.
— Seema Chauhan (@Seema__1990) December 11, 2023
— JagdeepGill (@EnglishHelpline) December 11, 2023
कई लोगों को जम्मू-कश्मीर अनुच्छेद 370 मामले में सुप्रीम कोर्ट से कुछ अलग की उम्मीद नहीं थी. यह बड़ी चिंता, बड़े खतरे का संकेत है. जब व्यवस्था में लोगों का विश्वास कम हो जाता है, जब न्याय मिलने की कोई उम्मीद नहीं रह जाती, तो लोकतंत्र का स्वास्थ्य चरमरा जाता है.
— Saurav Das (@OfficialSauravD) December 11, 2023
सुप्रीम कोर्ट ने सोमवार को 5 अगस्त, 2019 को अनुच्छेद 370 को रद्द करने के केंद्र के फैसले को बरकरार रखा, जिसने पूर्ववर्ती राज्य जम्मू-कश्मीर को विशेष दर्जा दिया था. अदालत ने अगले साल 30 सितंबर तक केंद्र शासित प्रदेश की विधानसभा के चुनाव कराने की आवश्यकता पर जोर दिया और जल्द से जल्द राज्य का दर्जा बहाल करने का निर्देश दिया.