गाजियाबाद. गाजियाबाद के मोदीनगर में शिवलिंग को मजार की दीवारों में कैद करने का मामला सामने आया है. इस संबंध में हिंदू संगठनों के लोगों ने मोदीनगर एसडीएम को ज्ञापन भी सौंपा है.
आरोप है कि भगवान शिवलिंग के पास दूसरे धर्म के लोगों ने मजार बनाकर शिवलिंग को चारदीवारी के भीतर कैद कर दिया है. इस घटना की जानकारी मिलने के बाद हिंदू संगठनों के लोग मौके पर पहुंचे और शिवलिंग की पूजा-अर्चना की.
हिंदू युवा वाहिनी के नेता निशांत त्यागी ने कहा, "मोदीनगर में एक प्राचीन शिव मंदिर है, जो 500 साल पुराना बताया जा रहा है. इस मंदिर के चारों और अतिक्रमण कर लिया गया है. इसकी वजह से श्रद्धालुओं को पूजा करने में परेशानी का सामना करना पड़ता है."
उन्होंने आरोप लगाया कि इलाके में मुस्लिम आबादी बड़ी संख्या में रहती है. वहां कब्रिस्तान बना दिया गया है और मंदिर के पास एक अवैध मजार का भी निर्माण किया गया है. इस मामले में एसडीएम को ज्ञापन सौंपा गया है और उन्होंने जांच का आश्वासन दिया है. हालांकि, हमारी मांग है कि मंदिर को कब्जा मुक्त कराया जाए.
हिंदू युवा वाहिनी की शिकायत पर एसडीएम पूजा गुप्ता ने कहा, "मानकी गांव में एक पुराना कब्रिस्तान है. बताया गया है कि शिवलिंग और एक कब्र आसपास ही मौजूद है. इस मामले में जांच कराई जा रही है और आगे की कार्रवाई की जाएगी. कब्रिस्तान लगभग 20 से 30 साल पुराना बताया जा रहा है. गांव में लोगों से बातचीत के दौरान पता चला कि वहां रहने वाले हिंदू समाज के लोग शिवलिंग की रोजाना पूजा करते हैं और साफ-सफाई भी कराते हैं."
हिंदू युवा वाहिनी और अन्य संगठनों ने मोदीनगर थाना पुलिस को शिकायत दी है. शिकायत में उन्होंने आरोप लगाया है कि मानकी गांव में 80 प्रतिशत मुस्लिम आबादी है, दूसरे समुदाय के लोगों ने जानबूझकर शिवलिंग के पास मजार बनाकर उसे चारदीवारी में कैद कर दिया है. फिलहाल इस मामले प्रशासन द्वारा जांच की जा रही है.